वन मंत्री उनियाल ने बाघ (Tiger) बाड़े का उद्घाटन एवं बाघों को पर्यटकों के अवलोकनार्थ खोले जाने का विधिवत शुभारंभ किया

- उत्तराखंड राज्य बाघों की संख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर काबिज है -वन मंत्री
- आयोजित कार्यक्रम के तहत वन मंत्री उनियाल ने बाघ (Tiger) बाड़े का उद्घाटन एवं बाघों को पर्यटकों के अवलोकनार्थ खोले जाने का विधिवत शुभारंभ किया गया

वन मंत्री उनियाल ने कहा कि बाघ (Tiger) बाड़े का निर्माण केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (CZA) की अनुमति मिलने के पश्चात नियमानुसार मानकों के अनुरूप किया गया है। उक्त बाघ बाड़े का निर्माण देहरादून जू के 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले सफारी क्षेत्र में किया गया है। वर्तमान में इस बाघ बाड़े में 02 नर बाघ रखे गए हैं जिनको राज्य के अलग-अलग स्थानों से रेसक्यू करने के उपरांत कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के ढेला रेसक्यू सेंटर में रखा गया था। दिनांक 26.02.2024 को मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड की स्वीकृति एवं निर्देशों के क्रम में दोनों नर बाघों को देहरादून जू लाया गया था। प्रथम बाघ की उम्र लगभग 6 वर्ष 9 माह है तथा द्वितीय बाघ की उम्र लगभग 4 वर्ष 9 माह है। उत्तराखंड राज्य बाघों की संख्या के मामले में पूरे देश में तीसरे स्थान पर काबिज है, इस दृष्टि से देहरादून जू में पर्यटकों के अवलोकनार्थ बाघों के बाड़े का खोला जाना वन्यजीव संरक्षण एवं जन जागरूकता की दिशा में एक सराहनीय कदम है। उत्तराखण्ड में देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, देहरादून जू में बाघ बाड़े के उद्घाटन के पश्चात इन्हे पर्यटकों को अन्य वन्यजीवों के साथ-साथ अब देहरादून शहर में बाघों के भी अवलोकन कर सकेंगे, जिससे देहरादून जू एवं राज्य की आय में वृद्धि हागी।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण, उत्तराखण्ड शासन, आर०के० सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (HoFF) उत्तराखण्ड डॉ० धनंजय मोहन, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड रंजन कुमार मिश्र, प्रमुख वन संरक्षक बी०पी० गुप्ता, अपर प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव), उत्तराखण्ड, विवेक पाण्डे, अपर प्रमुख वन संरक्षक (परियोजना) कपिल लाल, अपर प्रमुख वन संरक्षक, गढ़वाल नरेश कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा,मुख्य यन संरक्षक मनोज चंद्रन, मुख्य वन संरक्षक सुशांत पटनायक, मुख्य वन संरक्षक वन पंचायत डा० पराग मधुकर धकाते, मुख्य वन संरक्षक ईको टूरिजम पी०के० पात्रो, निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व साकेत बड़ोला, वन संरक्षक शिवालिक वृत्त राजीव धीमान, वन संरक्षक यमुना कहकशां नसीम, निदेशक राजाजी डा० कोको रोसे, आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम के अन्त में निदेशक देहरादून जू एवं प्रभागीय वनाधिकारी, देहरादून नीरज कुमार के द्वारा सभी गणमान्य का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।