वन दरोगा की संदिग्ध हालत में मौत, हत्या की आशंका

उत्तराखंड में आजकल वन विभाग से अच्छी खबरें नहीं आ रही हैं. अभी चार वन कर्मियों कुछ दिन पहले अल्मोड़ा में वनाग्नि में मौत हो गयी थी तो अब एक वन दरोगा की संदिग्ध हालत में मौत हो गयी. मामले में ह्त्या की आशंका जताई जा रही है. वन दरोगा का शव जंगल में मिला है. मामला हल्द्वानी वन प्रभाग के किलपुरा रेंज में शारदा रेंज टनकपुर का है. यहाँ पर वन दरोगा का संदिग्ध परिस्थितियों में जंगल में शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया.परिजनों व वन कर्मियों ने शरीर में चोट के निशान होने से हत्या की आशंका जताई है. परिजनों के अनुसार मृतक वन दरोगा शनिवार को दोपहर से लापता था.
जानकारी के अनुसार शारदा रेंज टनकपुर की कलौनिया चौकी में तैनात वन दरोगा निवासी नया गांव कटान चोरगलिया दीप चंद्र उप्रेती (47) पुत्र पूरन चंद्र उप्रेती शनिवार को जंगल के रास्ते से घरेलू का रोजमर्रा का सामान लेने के लिए बिरिया मझोला आए थे, उनके साथ में फायर वाचर सुभाष चंद्र जोशी भी था प्यास लगने पर दरोगा दीप चंद्र उप्रेती रास्ते में बैठ गए और वाचर को पानी लेने भेज दिया. वही जब वाचर सुभाष वापस आया तो दरोगा उप्रेती वहां मौजूद नहीं मिले काफी खोजबीन के बाद जब वाचर सुभाष को वह नहीं मिले तो उन्होंने इसकी सूचना आसपास मौजूद सेनापानी चौकी स्टाफ को दी जहां से सूचना शारदा रेंज टनकपुर रेंजर पूरन चंद्र जोशी को दी गई रेंजर जोशी ने एक टीम मौके पर भेज खोजबीन की, लेकिन दीप चंद्र उप्रेती का कोई पता नहीं चला. सोमवार को किलपुरा रेंज के वनकर्मी जंगल में गश्त कर रहे थे, इस दौरान वन कर्मियों को प्लाट नंबर 2ए दोगाड़ी सेक्शन किलपुरा रेंज में वन दरोगा उप्रेती का शव दिखाई दिया. शव देखने पर शरीर में चोट के निशान बताए जा रहे हैं.. वन विभाग ने सूचना सीओ विमल रावत व कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी को दी सूचना मिलने पर सीओ पुलिस टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे शव को पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है. इधर एसपी सिटी मनोज कत्याल ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया मृतक अपने पीछे पत्नी भावना उप्रेती व पुत्र विपुल उप्रेती को रोता बिलखते छोड़ गए हैं. प्रथम दृष्टिया चोट के अनुसार हत्या की आशंका जताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा. घटना से वन महकमे में भी शोक की लहर दौड़ पड़ी है.