ऋषिकेश से सटे ढालवाला, 14 बीघा इलाके को बचाने की कवायद हुई तेज, जानिए क्या है मामला

- मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने RVNL को अस्थायी व्यवस्था के रूप में ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी के चैनलाइजेशन की सहमति देते हुए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए
- सीएस ने ब्रिज का हाइड्रोलॉजिकल सर्वे IIT रूड़की से सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं
- सड़क एवं आवासों की सुरक्षा के मामले को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आरवीएनएल को अस्थायी व्यवस्था के रूप में चंद्रभागा नदी के चैनलाइजेशन की सहमति देते हुए त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए
- मानसून में चंद्रभागा नदी के बाएं किनारे पर बसे गांव ढालवाला कॉलोनी में बाढ़ की संभावना बन जाती है: RVNL
देहरादून/ऋषिकेश :आंखिर सरकार की दृष्टि पड़ी चंद्रभागा नदी पर….सिल्माट, गाद, मलवे से पटी चंद्रभागा नदी के दिन फिरने वाले हैं. या कहिये ढालवाला, 14 बीघा के लोगों के लिए खतरे की नदी बन चुकी चंद्रभागा का कुछ न कुछ होगा अब. आगामी मानसून को देखते हुए नदी का रुख रिहाईश इलाके में हो सकता है. क्यूंकि मालवा, सिल्ट इतना ज्यादा है कभी भी कुछ घंटों के बारिश के बाद यह विकराल रूप ले सकती है. आंखिर RVNL ने इसको नोटिस किया और सरकार के सामने मामले को रखा. आपको बता दें यह इलाका टिहरी जिले में लगता है लेकिन यह ऋषिकेश से लगा हुआ है. लम्बे से समय से नदीं में चुगान, खनन न होने से हालात ऐसे हो गए हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है. इसके साथ ही ISBT ऋषिकेश का इलाका भी खतरे से दूर नहीं है.
शुक्रवार को मुख्य सचिव यानी CS ने निर्देश दिए हैं. ..इस पर गंभीरता से काम करने के लिए साथ ही IIT रूडकी की मदद ली जा रही है. मानसून में चन्द्रभागा नदी में मलबा जमा होने के कारण आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की संभावनाओं के समाधान के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रेल विकास निगम लिमिटेड को चन्द्रभागा नदी के मार्ग के चैनलाइजेशन की सैद्धान्तिक सहमति देते हुए इस पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चन्द्रभागा पर बने ब्रिज की सुरक्षा के दृष्टिगत आरवीएनएल, सिंचाई, लोक निर्माण तथा वन विभाग की सयुंक्त टीमों द्वारा सर्वेक्षण के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया हैं कि नदी के मार्गां के चैनालाइजेशन के साथ -साथ इस पर बने पुल के फाउडेंशन की सुरक्षा अनिवार्यतः सुनिश्चित की जाए। सीएस ने ब्रिज का हाइड्रोलॉजिकल सर्वे आईआईटी रूड़की से सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए हैं। सचिवालय में चन्द्रभागा नदी के चैनलाइजेशन से सम्बन्धित बैठक में आरवीएनएल के अधिकारियों ने जानकारी दी कि चन्द्रभागा नदी में वर्षों से निरन्तर सिल्ट (गाद, मलबा) आदि जमा हो रहा है, जिससे नदी के किनारे की ढलानों तथा एकमात्र अप्रोच रोड को भी नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही नदी में मलबा जमा होने से एनएच रोड ब्रिज को भी क्षति हो सकती है तथा चंद्रभागा नदी के बाएं किनारे पर बसे गांव ढालवाला कॉलोनी में बाढ़ की संभावना बन जाती है।
सड़क एवं आवासों की सुरक्षा के मामले को गम्भीरता से लेते हुए मुख्य सचिव रतूड़ी ने तत्काल आरवीएनएल को अस्थायी व्यवस्था के रूप में चैनलाइजेशन की सहमति देने के साथ ही इसके स्थायी समाधान के भी निर्देश दिए हैं। स्थायी समाधान के तहत चन्द्रभागा नदी पर रिवर ट्रैनिंग कार्य करने जिसमें कार्य को करते हुए चन्द्रभागा नदी के बाएं तट पर बनी सड़क व आवासों को सुरक्षित किया जाएगा।बैठक में सचिव डा0 रंजीत कुमार सिन्हा सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।