देहरादून : भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान उत्तराखंड ने आज एक महामंत्रणा सभा का किया आयोजन, आगे के अभियान की बनी रुपरेखा
देहरादून : 2016 से लगातार हिमांचल की तर्ज़ पर हों भू-क़ानून को संघर्षरत भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान उत्तराखंड ने आज एक महामंत्रणा सभा का आयोजन पंडित दीनदयाल पार्क में आयोजित किया. राज्य में अनियंत्रित तरीक़े से बिकती ज़मीनों सहित जिसकी जहाँ मर्ज़ी वहाँ कब्ज़ा कर जंगलात ग्राम समाज की की लाखों बीघा ज़मीनों को खुर्द बुर्द किया जा चुका हैं.
ज़ब इसकी बारीकी से अभियान ने पड़ताल की तो पाया की इस राज्य को सुरक्षित व संरक्षित करने वाला कोई प्रभावी क़ानून व्यहार में नहीं हैं. काफ़ी सोच विचार के अभियान इसका एक हल निकाला की हिमांचल की तर्ज़ पर ही यहाँ भू-क़ानून लगने से ही राज्य बच सकता हैं.इस कड़ी में अभियान ने 2016 से लगातार जान जागरण कर राज्य के 1.35 करोड़ जनता व 24 लाख परिवार को समझाने में सफल रहा हैं.आज सम्पूर्ण उत्तराखंड में इसकी अनुगूंज साफ़ साफ़ सुनाई व दिखाई दे रही हैं.अभियान के जोरदार प्रयासों से सरकार सहित विभिन्न राजनैतिक पार्टियों को चुनाव के समय ये महसूस हुआ की भू-क़ानून की मांग राज्यात्मा की मांग बन गयी हैं.
जिससे भाजपा ने एक उच्च स्तरीय भू-क़ानून संसोधन समिति का गठन किया और जनता से वादा किया की हम सत्ता में वापस आयेंगे तो हिमांचल की तर्ज़ पर ही भू-क़ानून लगाएंगे. अभियान ने पचासों बार शासन व सरकार को भू-क़ानून से सम्बंधित ज्ञापन सौपे और पूरे उत्तराखंड के समस्त देवी देवताओं के मंदिरों लगभग 2500 किलोमीटर की यात्रा कर भू-क़ानून लगाने की ज्ञापन उनके श्रीचरणों में अर्पित किए. अभियान लगातार संसोधन समिति और सरकार से बातचीत भी करता आया हैं अभियान से इस बातचीत में समिति ने कहाँ हैं की रिपोर्ट जल्द सरकार को 2 जून की बैठक के बाद सौंप दी जायेगी और सरकार ने कहा है 4 जून चम्पावत उपचुनाव के रिजल्ट के बाद समिति के रिपोर्ट आते ही हम इस पर हिमांचल की तर्ज़ पर ही राज्यहित में भू-क़ानून लायेंगे. अभियान ने आदर्श आचार संहिता के समय अपना अनशन पंडित दीनदयाल पार्क में स्थगित किया हैं. आज उसी क्रम में अभियान से जुड़े सभी सामाजिक संगठनों व विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओ के साथ आगे की रुपरेखा कैसी होगी उसके लिए महामंत्रणा सभा की गयी हैं.
अभियान ने ही संसोधन समिति को 11 सुझाव दिये थे जिस पर समिति ने अक्षरसः राज्य के सभी जिलाधिकारीयों से वास्तवकित भू-स्थिति का विवरण माँगा था जो समिति के पास अब उपलब्ध हैं और समिति ने उसका आकलन कर 2 जून को अपनी बैठक प्रस्तावित की हैं.आज महामंत्रणा सभा में गौ क्रांति मंच, पतंजलि योगपीठ, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, भैरव वाहनी भैरव सेना, स्वतंत्रता संग्राम सैनानी आश्रित संघठन, जी-4, बार एसोसिएशन देहरादून, सहित कई ग्रामो के भूतपूर्व व वर्तमान ग्राम प्रधानों ने इस महामंत्रणा सभा में प्रतिभाग किया. इस दौरान सम्मिलित सदस्यों के नाम हैं अशोक नेगी, सुलोचना भट्ट, आनंद सिंह रावत, उत्तरा पंत बहुगुणा, धना वाल्दिया, सकुंतला तढियाल, संदीप खत्री भैरव सेना, लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल राजेश पेटवाल, सरिता जुयाल, सहित सैकड़ों महिलाओं ने सिरकत की.