ऋषिकेश मेयर के प्रत्याशियों के नामों के बीच एक और नाम तैरने लगा राजनीतिक गलियारों में

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  • मेयर सीट पर चुनाव लड़ने वालों का तापमान उपर नीचे होना शुरू, आज शाम या कल तक कभी भी हो सकते हैं प्रत्याशियों  की घोषणा 
  • ऋषिकेश सीट पर नगर निगम दूसरी बार हो रहा है, पहली मेयर अनिता ममगाईं थी, इस बार कई नाम चर्चा में 
  • ख़ामोशी से नया नाम  चर्चा के रास्ते आया  है राजनीतिक गलियारे में,  अंतिम मुहर केंद्रीय चुनाव संचालन समिति  लगाएगी 

ऋषिकेश :कहते हैं…नाम में क्या रखा है…लेकिन यहाँ नाम में ही रखा हुआ है…उत्तराखंड में  नगर निगम चुनाव में इस बार ११ मेयर होगे उत्तराखंड में. लेकिन कुछ सीटें हैं जो अहम मानी जा रही है. राजनीतिक दृष्टि से. उनमें से हल्द्वानी और ऋषिकेश और देहरादून अहम हैं. लेकिन इस बार चर्चा ऋषिकेश की इसलिए हो रही है अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. अब किसे टिकट मिलता यह महत्पवूर्ण है. प्रमुख तौर पर  ऋषिकेश में भाजपा, कांग्रेस और UKD तीन प्रमुख दलों के  प्रत्याशी होंगे चुनाव में. आरक्षण की अधिसूचना जारी होने के बाद कई नाम सामने आ गए हैं. अपने अपने दलों से   कई ने दावेदारी की है.  ऐसा ही कांग्रेस का भी हाल है. लेकिन  यहाँ हम किसी दावेदार का जिक्र नहीं कर रहे हैं बल्कि गैर दावेदार का अब  यहाँ पर नाम सामने आ रहा है.  सता पक्ष भाजपा की तरफ से एक और नाम ऋषिकेश से देहरादून तक राजनीतिक गलियारे में तैरने लग गया है. जिसने दावेदारी भी नहीं की है. लेकिन उसका नाम तैर रहा है राजनीतिक गलियारे में.राजनीतिक पंडितों का मानना है,  अगर भाजपा उसको  टिकट देती है तो काफी मजबूत उम्मीदवार माना जायेगा. वह न केवल लोककला, संगीत से जुडा है बल्कि प्रदेश की संस्कृति की पताका फहराने वालों मेंउसका  विशेष नाम है. ऐसे में अगर गढ़वाल के गेट कहे जाने वाले ऋषिकेश से उसको टिकट भाजपा थमाती है तो पहाड़ का शत प्रतिशत वोटर उसके नाम पर अपनी मुहर लगा सकता है. सूत्रों के अनुसार भाजपा भी यह चाह रही है किसी पैराशूट प्रय्ताशी को उतार दिया जाये और जो विशेष तौर पर पहाड़ के मतदताओं के दिलों में घर कर जाए. भाजपा के कई दिग्गजों से बात करने पर उनका यही कहना था कुछ भी हो सकता है, यह भाजपा है भाई साहब. अर्स से फ़र्स और फ़र्स से अर्स पर पहुंचाने में माहिर है. फिलहाल भाजपा का  देखा जाए तो हर गली बेसुरी बांसुरी लेकर हर गली लोग घूम रहे हैं. ऐसे में ऋषिकेश में न बजेगा बांस न बजेगी बांसुरी वाला हाल हो सकता है. यहाँ पर नाम का ऐलान नहीं कर रहे हैं क्यूंकि सम्बंधित ब्यक्ति से बात हुई तो न उसने हाँ कहा न ना कहा. वे बोले जो इश्वर करता है अच्छा करता है. हम तो प्रदेश के लिए जीते हैं, यहाँ की संस्कृति के लिए अपने को खपा चुके हैं. अब देखना होगा माँ गंगा का आशीर्वाद मिलता है ऋषिकेश से.

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भाजपा चुनाव सञ्चालन समिति आज लगाएगी नामों पर मुहर !मेयर पद के लिए एक दो दिन का समय ले सकती है –

आपको  बता दें, बुधवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय में गढ़वाल क्षेत्र के नगर निगमों, नगर पालिका परिषदों और नगर पचायांतों के अध्यक्ष, सभासद व् पार्षद पदों के लिए तियार किये गये पैनलों पर बारी बारी से विचार विमर्श हुआ. प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और  प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय  कुमार ने टोली  कमेटियों में शामिल जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, क्षेत्रीय विधायकों, पर्वेक्षकों और २०२२ में चुनाव हारे प्रत्याशियों के साथ एकेक नाम पर चर्चा हुई.  ऐसे में आज शाम या कल तक नगर निगम छोड़ कर बाकी की पहली सूचि जारी कर सकती है.  इसमें पार्षदों के नाम की सूची फाइनल हो चुकी है. देर शाम तक या सुबह कभी भी हो सकती है.

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