आवास विकास स्टरडिया कॉलोनी में पीड़ित वृद्ध महिला ने किया गंगा नदी में जलसमाधि देने का प्रयास, घर का निर्माण रुकवाने का लगाया आरोप स्थानीय रसूखदार ब्यक्ति पर
स्थानीय ब्यक्ति पहले भी विवादों में रह चुका है ऐसा आरोप लगाया महिला के बेटे विकी वर्मा ने

ऋषिकेश : मंगलवार दोपहर आवास विकास स्थित स्टरडिया कॉलोनी आस्था पथ पर (गंगा नदी किनारे की साइड) गंगा में जल समाधी देने के प्रयास को लेकर जमकर बवाल हुआ। दरअसल, आवास-विकास के सामने वाले कॉलोनी स्टरडिया कॉलोनी गली नंबर चार स्थित एक आवास में निर्माण कार्य को बार-बार रूकवाने पर आक्रोशित आवास स्वामी वृद्ध महिला ने गंगा नदी में जल समाधी देने का प्रयास किया। वृद्ध महिला गंगा नदी में गहराई की ओर जाने लगी, इस बीच परिवार व अन्य स्थानीय लोगों ने महिला को रोक लिया। इस दौरान गंगा तट पर आस्था पथ पर करीब एक से डेढ़ घंटे तक हंगामा चलता रहा।पीड़ित परिवार गंगा नदी में खड़ा रहा. वहां पर काफी जनता की भीड़ लगी रही. नगर निगम, पुलिस प्रशासन भी इस दौरान पहुंचा. पीड़ित परिवार पुलिस प्रशासन के आने के बाद काफी देर तक गंगा नदी में खड़ा रहा.
पीड़ित परिवार से विकी वर्मा ने बताया, कि वह 1990 के दशक से यहां रह रहे हैं, उन्हूने 1971 से जमीन खरीद हुई है. सम्कबंधित आरोपी ब्भीयक्ति विपिन नैयर कहता है ये कागज दिखाओ कभी इधर उधर अधिकारियों, सम्बंधित विभाग को शिकायत करता रहता है . ऐसे में न केवल हम बल्कि पूरी गली वाले परेशान हैं. लेकिन पिछले कई वर्षों से उन्हें नजदीक में रह रहा व्यक्ति विशेष परेशान कर रहा है। वह हमें अपने ही मकान में मरम्मत व निर्माण संबंधी कार्य करने नहीं दे रहा है। वे कई बार अपने मकान में निर्माण कार्य शुरू कर चुके हैं, लेकिन वह व्यक्ति प्रशासन के माध्यम से निर्माण कार्य रूकवा देता है। विकी ने आरोप लगाया, तीन चार शादी कर छोड़ रखी हैं इसने. कहा कि इस संबंध में हम कई बार पुलिस व एसडीएम कार्यालय में भी लिखित शिकायत दे चुके हैं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आखिर में मजबूर होकर हमें गंगा में आत्मदाह करने जैसे कदम उठाने को विवश होना पड़ रहा है।आपको बता दें इससे पहले भी समबन्धित ब्यक्ति कई विवादों में रहा है. रसूखदार ब्यक्ति बताया जाता है.