सुनीता विलियम्स समेत 4 अन्तरिक्ष यात्री पहुंचे धरती पर, 9 महीने अन्तरिक्ष में बिताने के बाद


भारतीय मूल की अन्तरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स समेत चार यात्री धरती पर लौट आये हैं. वे ९ महीने अन्तरिक्ष में रही थी. कई बार उनका धरती पर लौटना टला..तकनीकी कारणों से. आंखिर ड्रैगन अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक पृथ्वी की सतह पर उतरा है, जिसके साथ ही नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, क्रू-9 के सदस्य बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव लगभग नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद वापस लौट आए हैं. वहीं, सभी अंतरिक्ष यात्री अब ड्रैगन कैप्सूल से बाहर आ गए हैं. यह एक ऐतिहासिक पल है जो नासा और स्पेसएक्स की टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाता है.पैराशूट के साथ चारों यात्रियों को ला रहा ड्रैगन कैप्सूल समंदर में लैंड कर गया है.कैप्सूल जब धरती के वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो 3500 डिग्री फेरेनाइट से तपने के कारण अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों को यह किसी आग के गोले के समान लाल नजर आता है. भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को लेकर NASA और SpaceX का स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन कैप्सूल धरती पर पहुंच चुका है..
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी हो गई है. नासा के कंट्रोल रूम के सभी साइंटिस्ट की नजरें स्क्रीन पर टिकी हुई थी. धड़कनें बढ़ाने वाला यह पल था. जैसे ही कप्सुल समुद्र में उतरा डॉलफिन ने स्वागत किया उनका. आपकी जानकारी के लिए बता दें, अब कैप्सूल समुद्रर में उतरने के करीब 10 मिनट तक कैप्सूल का सिक्यॉरिटी चेक किया गया. कैप्सूल को सीधे नहीं खोला जाता है. ऐसा अंदर और बाहर के तापमान को एक लेवल पर आने के लिए भी किया जाता है. कैप्सूल जब धरती के वातावरण में घुसता है, तो वह गर्मी से बिल्कुल लाल हो जाता है. इसलिए समंदर में उतरने के बाद भी उसके तापमान के सामान्य होने का इंतजार किया जाता है. आपको बता दें, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने पिछले साल 5 जून 2024 को नासा के मिशन के तहत बोइंग के अंतरिक्ष यान पर बैठकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. ये मिशन सिर्फ 10 दिन का था, लेकिन अंतरिक्ष यान में खराबी आने की वजह से दोनों धरती पर वापस नहीं लौट सके. 10 दिन का ये मिशन 9 महीने का हो गया. अब सुनीता और बुच दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापस आ रहे हैं. अन्य दो अंतरिक्ष यात्री हैं, निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव.