पूर्णानंद घाट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित की महिला गंगा आरती
- नेता जी के साहस और देशभक्ति से युवाओं को प्रेरित करता है #पराक्रम #दिवस
मुनि की रेती : पराक्रम दिवस के अवसर वसुंधरा संस्था व ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह दिवस युवाओं को नेताजी के साहस, आत्मनिर्भरता और देशभक्ति से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित करता है। गोष्ठी के बाद गंगा आरती भी आयोजित की गई। आज बृहस्पतिवार को पराक्रम दिवस के अवसर पूर्णानंद घाट पर वसुंधरा संस्था और ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान डा. ज्योति शर्मा ने कहा कि हर वर्ष पराक्रम दिवस 23 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित है। इसका उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को सम्मानित करना और देशभक्ति की भावना को जागृत करना है। डा. शर्मा ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। वसुंधरा संस्था की प्रियंका नेगी ने कहा कि भारत सरकार ने 2021 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर पराक्रम दिवस मनाने की घोषणा की थी। पराक्रम दिवस का उद्देश्य नेताजी के जीवन और उनकी शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाना है। यह दिन हर भारतीय को अपने कर्तव्यों और देश के प्रति समर्पण की याद दिलाता है। कार्यक्रम के बाद गंगा आरती की गई। आरती में ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा, रीता सेमवाल, सरिता पेटवाल, एस्ट्रो वर्ल्ड संस्थापक ज्योतिषाचार्य आचार्य सोनिया राज, रीना उनियाल पुष्पा शर्मा, आशा डंग, वंदना नेगी, प्रमिला, गायत्री देवी आदि मौजूद रहे।