समाज का निर्माण करने वाली मातृ शक्ति होती हैं : चिरंजीव

- चिरंजीव ने कहा समाज का निर्माण करने वाली मातृ शक्ति होती है,ऐसा ही निर्माण आप अपने बच्चों का करेंगी
- आवास विकास के सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज के विवेकानंद योग सभागार में हुआ भव्य कार्यक्रम मातृ सम्मेलन में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, नि महापौर अनिता ममगाईं भी रहीं मौजूद
ऋषिकेश :आवास विकास के सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज के विवेकानंद योग सभागार में हुआ भव्य कार्यक्रम मातृ सम्मेलन में अतिथि श्रृंखला में आर एस. एस के विभाग प्रचारक चिरंजीव (हरिद्वार विभाग)व उत्तराखंड राज्य की महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल एवम ऋषिकेश की निवर्तमान महापौर अनिता ममगाई, प्रो.संतोष अपर आचार्य (एम्स,चिकित्सक ऋषिकेश) का विद्यालय प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष मदनलाल वालिया एवम विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत विद्यालय प्रबंध समिति व विद्यालय परिवार द्वारा भव्य स्वागत व सम्मान अतिथियों का बैज अलंकरण और अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
इससे पूर्व सभी अतिथियो द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।कार्यक्रम में 72 छात्र छात्राओं की माताओं को जिन्होंने शैक्षिक सत्र 2022-23 में हाईस्कूल व इण्टरमीडिएट की परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया था प्रत्येक की माता को कमला नेहरू पुरस्कार से 1,000 के चैक की धनराशि सरकार द्वारा दी गई से नवाजा, साथ ही इस बार विद्यालय स्तर पर बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों की माताओं के अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम में चिरंजीव ने कहा समाज का निर्माण करने वाली मातृ शक्ति होती है,ऐसा ही निर्माण आप अपने बच्चों का करेंगी आप के बच्चों ने ही विद्या मंदिर और उतराखंड का मान बढ़ाया है।कार्यक्रम में प्रो. संतोष ने कहा कि मां की ममता तो अनमोल है वो जिस भी रूप में हो कभी बहन कभी पत्नी कभी सास और अनेकों रूपो में मातृ शक्ति को परिभाषित किया जाता है इसलिए अपना भी ध्यान रखते हुए अपने बच्चों को भी ध्यान रखे।कार्यक्रम में नि वर्तमान महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि माता घर की पहली शिक्षिका होती है,वो अपने पाल्य को एक पौधे की तरह सीचती है. साथ ही विद्या मंदिर आवास विकास निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड में अपना स्थान बना रहा है। कार्यक्रम में कुसुम कंडवाल ने कहा कि विद्यालय निरंतर बुलंदियों को छू रहा है ये ऋषिकेश का ऐसा विद्यालय है जिसका नाम अब हर जगह रोशन होता है इस नाम को बनाने में आचार्य परिवार और एक मां की मेहनत भी अदृश्य रूप से छुपी है जिसके लिए पूरा विद्यालय बधाई का पात्र है।
कार्यक्रम के समापन में विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने मातृ सम्मेलन के अवसर पर आई हजारों की संख्या में विद्यालय में आई हुई माताओं को संबोधित करते हुए कहा कि”माँ का दुलारा सूरज की तरह होता है, जो हमेशा चमकता रहता है” अपने बच्चे को भी आपने ऐसे चमकाने में हमारा सहयोग करना है।हमारे विद्यालय की टीम आपके घर घर संपर्क कर रही है,जिससे छात्र छात्राओं का सर्वांगीण विकास हो सके जिसमे माताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है,हमे आशा ही नही पूर्ण विश्वास है आप भी समय समय पर अपने बच्चो को आगे बढ़ाने में हमारा सहयोग करेंगी।विद्यालय के मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना ने बताया कि साथ ही मौके पर छात्र छात्राओं की कापियां और प्रगति से सम्बंधित जानकारी भी विद्यालय द्वारा दी गई।रजनी गर्ग द्वारा संचालित कार्यक्रम संचालन में उप प्रधानाचार्य नागेंद्र पोखरियाल, आरती बडोनी, अभिभावक समिति की उपाध्यक्ष मीरा रतूड़ी,रामगोपाल रतूड़ी, पूनम अनेजा, लक्ष्मी चौहान, मनोरमा शर्मा, गीता चंदोला, विद्यालय के सभी शिक्षकगण और लगभग 1052 महिलाएं उपस्थित रही।