हरीश रावत ने सतपाल महाराज को क्योँ कहा पगड़ी विशेषज्ञ ? साथ ही नसीहत भी दे डाली…जानिए मामला
सतपाल जी किसी तरीके से हमारे राज्य के नाम को यात्रा की कुव्यवस्थाओं के नाम पर जो बट्टा लग रहा है उससे हमको बचा दीजिये, कुछ यात्रा की स्थिति को सुधार दीजिए : हरीश रावत



देहरादून :उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मीठे मीठे शब्दों के माध्यम से जो प्रतिक्रया आती हैं उससे राजनीती के अलावा किसी न किसी वर्ग के लिए एक ख़ास सन्देश होता है. सरकार पर तो कटाक्ष होता ही है. साथ में ब्यक्ति को परिभाषित करने में वे राजनीतिक माहिर हैं. ऐसे में रावत ने इस बार सतपाल महाराज की तारीफ कर दी है. साथ ही नसीहत भी दे डाली…देखिये क्या बोला हरीश रावत ने …उन्ही के शब्दों में…. श्री सतपाल जी महाराज पगड़ी विशेषज्ञ हैं और पगड़ियां उन पर जमती भी खूब हैं। मेरे एक दोस्त ने मुझसे पूछा कि हरीश रावत तुम्हारे यहां बहुत प्रकार की पगड़ियां पहनी जाती हैं! मैंने कहा धारचूला, मुनस्यारी आदि कुछ क्षेत्रों में पगड़ी का रिवाज है लेकिन अमूमन अब यह रिवाज दूसरे क्षेत्रों से बाहर निकल गया है तो उन्होंने सतपाल महाराज की पगड़ियों का उल्लेख किया तो मैंने जवाब कुछ नहीं दिया, लेकिन मैं मुस्कुरा करके रह गया। अब सतपाल महाराज जी ने एक बड़ी बात उछाली है, कहा है कि धार्मिक यात्रा प्राधिकरण बनाएंगे या चारधाम यात्रा प्राधिकरण बनाएंगे। इस समय सतपाल जी किसी तरीके से हमारे राज्य के नाम को यात्रा की कुव्यवस्थाओं के नाम पर जो बट्टा लग रहा है उससे हमको बचा दीजिये, कुछ यात्रा की स्थिति को सुधार दीजिए तो फिर हम, जो आप आसमान का ख्वाब हमको दिखा रहे हैं उस ख्वाब पर भी विचार कर लेंगे।