(Video) ऋषिकेश : अतिब्रिष्टि से सबसे ज्यादा नुक्सान उत्तरकाशी जिले को हुआ है, जल्द जमीनी सर्वे कर किसानों को और मुवावजा दिया जायेगा : गणेश जोशी

- हम अगले एक दो वर्षों में मौन पालन का उत्पादन दुगना करेंगे : गणेश जोशी
- वन तुलसी के शहद की मांग सबसे ज्यादा, 300 रुपये किलो बिक रहा है
- राज्य में उत्तरकाशी सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है अतिब्रिष्ट से, 9 करोड़ की डिमांड आयी, २ करोड़ दे दिए हैं बाकी जमीनी सर्वे कर दिया जायेगा मुवावजा किसानों को -गणेश जोशी
- पन्त नगर यूनिवर्सिटी में रिसर्च,मौन पालन के क्षेत्र में काम हो रहा है, आने वाले दिनों में इसके अच्छे परिणाम आयेंगे : जोशी
ऋषिकेश : मंगलवार को ऋषिकेश पहुंचने पर मीडिया से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा, आज गिरीश डोभाल जो उपाध्यक्ष हैं प्रदेशीय मौन परिषद् के हैं, दर्जा धारी राज्य मंत्री के तौर पर उन्हें दायित्व दिया गया है. आज उन्हें के कैंप कार्यालय का उद्घाटन के लिए मैं आया हूँ. आज प्रदेश में २००० हजार टन सेब का उत्पादन होता है. आज प्रदेश में 10 हजार से अधिक किसान सेब से जुड़े हैं. मुझे भरोसा जिसे हमने जिम्मेदारी दी है वह आगे बढ़ाएंगे.क्यूंकि आज उत्तराखंड का शहद है, जामुन, सरसों, लीची का होता है. जो सबसे ज्यादा मांग है, वह वन तुलसी. उसका शहद बहुत उत्तम क्वालिटी का है.बद्रीनाथ क्षेत्र में होने वाले इस शहद के उत्पादन से किसान को लाभ हो रहा है. यह शहद आज 300/- प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. विदेशों में बहुत डिमांड है इसकी. किसानों की आय दुगनी करने की बात कर रहे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हम मौन पालन के क्षेत्र में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं. मौन पालन के जो बॉक्स हैं उनमें 750/- की सब्सिडी किसान को दे रहे हैं. हमने मुख्यमंत्री ग्रामीण मौन पालन योजना शुरू की है. हर जिले में एक गाँव का चयन हमने किया है. जिसमें हमने दो गाँवों का चयन किया है एक चम्पावत में है एक देहरादून में है. मुझे पूरा भरोसा है अगले एक वर्ष के समय में मौन पालन का काम और बढेगा. ऐसा हमारा मानना है.
सवाल, पन्त नगर यूनिवर्सिटी में 92 एकड़ में मौन पालन ट्रेनिंग और रिसर्च खुलने और राज्य सरकार कैसे सहयोग, मदद या अनुबंध करने जा रही है क्या ? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, पन्त नगर यूनिवर्सिटी कृषि विभाग के अंतर्गत आता है. एक समय था जब एशिया का नंबर एक था, लेकिन कुछ समय इसकी रैंकिंग नीचे हुई है. लेकिन जबसे हमारे नए कुलपति आये हैं हमने १०० की छलांग लगाई है. हम दूसरे स्थान में है. यूनिवर्सिटी की मदद से रिसर्च के क्षेत्र में, मौन पालन के क्षेत्र में आने वाले समय इसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगे.
राज्य में अतिवृष्टी होने और कौन जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है और क्या कार्य योजना है किसानों के सम्बन्ध में सवाल पूछने पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा, सबसे ज्यादा नुक्सान उत्तरकाशी जिले में हुआ है. हम सभी जिलों के रिपोर्ट ले रहे हैं. पिछले बार हमने 400 करोड़ का मुवावजा किसानों को दिया था, इस बार 9 करोड़ की डिमांड आयी है अब तक जिसमें से २ करोड़ उत्तरकाशी को दे दिए है. बाकी जमीनी सर्वे कर उचित मुवावजा दिया जायेगा.