“उजपा” ऋषिकेश ने बुलाई चुनाव के बाद “पोस्टमॉर्टम” बैठक, तय हुआ मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी पार्टी
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ऋषिकेश : रविवार को उत्तराखंड जनएकता पार्टी (उजपा) के ऋषिकेश विधानसभा से विधायक उम्मीदवार कनक धनाई द्वारा हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के मंथन हेतु चुनावी समीक्षा बैठक बुलाई गयी। जिसमें विधानसभा के अंदर सक्रिय समस्त सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। समीक्षा बैठक में विभिन्न सदस्यों ने अपने-अपने विश्लेषण प्रस्तुत किए एवं किस प्रकार से भविष्य में चुनावी रणनीतियां हो सकती है उस पर सुझाव दिए।
उत्तराखंड जनएकता पार्टी के नेता कनक धनाई ने कहा कि आगामी विधानसभा का 5 साल का समय अंतराल हम सभी के धैर्य की परीक्षा है। ऋषिकेश वासियों ने हम पर जितना भी विश्वास जताया उसके लिए हम उन सभी का धन्यवाद करते हैं एवं आश्वासन देते हैं कि विगत सालों में ऋषिकेश विधानसभा के अंदर हम मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। जहां पर सत्ता का सहयोग करना होगा वहां पर साथ भी देंगे एवं जहां पर विपक्ष की भूमिका में मुखर होना होगा वहां पर मुखरता से प्रश्न भी पूछेंगे।
आपको बता दें पहली बार पार्टी गठित होने के बाद कनक धनाई ने चुनाव लड़ा था और कुल 13,080 वोट पाए थे और कुल वोट प्रतिशत 12.48% रहा. भारतीय जनता पार्टी ने यह शीट जीती थी और दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी जयेन्द्र चंद रमोला रहे थे. कनक धनाई तीसरे नंबर पर रहे थे. पहली बार चुनाव लड़ना और पार्टी को लांच करना उस दृष्टिकोण से देखा जाए तो कनक के लिए चुनाव परिणाम बुरा नहीं कहा जा सकता है. खासकर भाजपा का गढ़ कहे जाने वाली ऋषिकेश सीट की बात करें तो. हालांकि उजपा का कोई भी प्रत्याशी इस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सका था.
अगर देखा जाए चुनाव से पहले प्रदर्शन पर तो उजपा का काफी आक्रामक प्रदर्शन रहा है. जैसे उससे पहले कीचड़ में सहारनपुर के लाये हुए कमल खिलाना और स्थानीय विधायक के खिलाफ कूच भी था…लेकिन अगर उजपा का जन्म देखा जाए तो नेपाली फ़ार्म फ्लाईओवर के नीचे हुआ. जब 14 दिन 14 सवाल को लेकर कनक पुल के नीचे तम्बू गाड़ के धरने पर बैठा गया था. उससे लोगों में पैठ बनी थी. लेकिन पार्टी को संगठन की कमी कहीं न कहीं कमीं दिखी जनता के बीच. राजनीतिक अनुभव का न होना पदाधिकारियों को वह भी एक कारण रहा. जिस वजह से जनता और पार्टी के बीच संवाद की कमी रही. कैसे संवाद किया जाए और कितना और किस के साथ यह सीखना राजनीती में बहुत जरुरी है. चेहरा चमका के रायता तो फैला सकते हैं लेकिन वोट नहीं मिलेगा जनता से. यह वैसे ही है जैसे किसी की जेब से नोट निकलवाना. घोषणा पत्र में 5 मुद्दों में से अधिकतर समझ से बाहर थे आम जन के. लोगों को युवा चेहरे से उम्मीद थी क्योँकि स्थानीय होने की वजह से.. लेकिन, पहले ‘राजनीतिक टूर्नामेंट’ में फाइनल तक पहुंचना संतोषजनक कहा जा सकता है. पोस्टर बाजी का चुनाव का समय चला गया अब खासकर व्हाट्सप्प के ज़माने में. क्योँकि चेहरा नहीं बल्कि ‘चुनाव चिन्ह’ लोगों के मन में बसना चाहिए तब वोट मिलेंगे. बाकी, चेहरा तो राजनीती में बदलता रहता है.
बैठक के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सोमनाथ अरोड़ा, प्रदेश महासचिव गुरमुख सिंह, चुनाव प्रभारी सतीश उनियाल, ग्राम प्रधान खांड गांव रायवाला शंकर दयाल धनाई,विभिन्न पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं सदस्यगण मौजूद रहे।
ऋषिकेश विधानसभा चुनाव परिणाम (2022)
उम्मीदवार का नाम | पार्टी | स्थान | कुल वोट | वोट प्रतिशत % | मार्जिन |
---|---|---|---|---|---|
प्रेमचंद अग्रवाल | भाजपा | विजेता | 52,460 | 50.04% | 19,057 |
जयेंद्र चंद रामोला | कांग्रेस | दूसरे स्थान पर | 33,403 | 31.86% | |
Kanak Dhanai | Uttarakhand Janekta Party | 3rd | 13,080 | 12.48% | |
डॉ. राजेगी | एएपी | 4th | 2,781 | 2.65% | |
Nota | None Of The Above | 5th | 819 | 0.78% | |
Shri Mohan Singh Aswal | यूकेकेडी | 6th | 761 | 0.73% | |
Sandeep Basnet | आईएनडी | 7th | 414 | 0.39% | |
Anoop Singh Rana | Uttarakhand Janata Party | 8th | 297 | 0.28% | |
Jagjeet Singh | Shiromani Akali Dal (Amritsar)(Simranjit Singh Mann) | 9th | 231 | 0.22% | |
Sanjay Srivastava | Nyaydharmsabha | 10th | 174 | 0.17% | |
Kadam Singh | सपा | 11th | 173 | 0.17% | |
Usha Rawat | आईएनडी | 12th | 165 | 0.16% | |
Babli Devi | UTRM | 13th | 80 | 0.08% |