समाज में व्याप्त व्यभिचार को  जड़ मूल से समाप्त करने के लिए प्रत्येक विद्यालय में गीता का पठन पाठन अनिवार्य हो : स्वामी गोपालाचार्य महाराज

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ऋषिकेश : गुरूवार को  संत समिति की बैठक हुई. जिसमें  उत्तरकाशी के  धराली (हर्षिल ) में  प्राकृतिक आपदा से आहत हुए  दिवंगतों के प्रति  श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. बैठक में  निर्णय लिया आपदा  में निराश्रित जनों को ऋषिकेश के आश्रम में आश्रय दिया जायेगा.  इस दौरान, समिति के अध्यक्ष स्वामी गोपालाचार्य महाराज  ने कहा कि समाज में व्याप्त व्यभिचार को  जड़ मूल से समाप्त करने के लिए प्रत्येक विद्यालय में गीता का पठन पाठन अनिवार्य हो. समिति के महामंत्री केशव स्वरूप  ने कहा कि  गीता के व्यापक प्रचार के लिए उतराखंड सरकार प्रत्येक वर्ष वृहद् गीता जयंती महोत्सव मनाये. क्योंकि गीता की लेखन भूमि उतराखंड ही है. बैठक में  तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य  महाराज, स्वामी महल महावीर दास महाराज, महंत रघुनाथ दास महाराज, महंत करूणा शरण दास महाराज, स्वामी नामदेव महाराज, स्वामी गंगानंद महाराज, स्वामी श्याम दास महाराज, स्वामी आलोक हरि दास महाराज, स्वामी अमर दास, महंत प्रमोद दास, प्रहलाद  दास संत आदि उपस्थित रहे

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