राजीव लोचन आश्रम ऋषिकेश में तुलसी माता का पूजनोत्सव का आयोजन धूमधाम से मनाया गया
- कार्यक्रम का आयोजन पेड़ पंचायत, गोविंद दर्शन ट्रस्ट, जीव सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया
- कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी हयग्रीवाचार्य ने कहा कि भक्ति का उच्च स्थल आचरण में निहित है
- कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पेड़ बाबा उर्फ शिव नाथ मिश्र ने बताया कि अगले साल भर में एक लाख तुलसी का पौधा घर घर बाटेंगे
- ऋषिकेश स्थित लक्कड़ घाट में तुलसी वन लगाने का कार्य चल रहा है जिसे तुलसी संग्रहालय के रूप में विकसित किया जा रहा है-पेड़ बाबा
ऋषिकेश: बुधवार को स्थानीय राजीव लोचन आश्रम में तुलसी माता का पूजनोत्सव का आयोजन धूमधाम से मनाया गया है। कार्यक्रम का आयोजन पेड़ पंचायत, गोविंद दर्शन ट्रस्ट, जीव सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी हयग्रीवाचार्य ने कहा कि भक्ति का उच्च स्थल आचरण में निहित है। तुलसी माता गौ माता तथा धरती माता को आदर करना श्रद्धा का विषय चाहे जितना हो पर्यावरण संरक्षण की महती आवश्यकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पेड़ बाबा उर्फ शिव नाथ मिश्र ने बताया कि अगले साल भर में एक लाख तुलसी का पौधा घर घर बाटेंगे । इन्होंने बताया कि ऋषिकेश स्थित लक्कड़ घाट में तुलसी वन लगाने का कार्य चल रहा है जिसे तुलसी संग्रहालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। पेड़ बाबा ने कहा कि तुलसी माता से यमदूत भी डरता है। इस अवसर पर बोलते हुए जीव सेवा समिति के अध्यक्ष इंजीनियर देव सिंह नेगी ने कहा कि एक नेवी मर्चेंट के रूप में दुनिया भर में कार्य करते हुए मेरा अनुभव है कि प्रकृति को पढ़ा लिखा आदमी ही अधिक गंदा कर रहा है और उसे समाज तथा पर्यावरण से प्रेम नहीं है जबकि अनपढ़ गंवार आज भी सबसे बड़ा प्रकृति प्रेमी है । इस अवसर पर बोलते हुए गोविंद दर्शन ट्रस्ट के अध्यक्ष दर्शन शाह ने जैविक कृषि का विकास जन जन तक पहुंचे मेरे ट्रस्ट का प्रेय है। इन्होंने व्यक्ति को निजी कामों से थोड़ा समय बचा कर पर्यावरण संरक्षण में शामिल होने का आह्वान किया है। स्वामी अभयानंद ने बताया कि अगले मकर संक्रांति पर्व को हम लोगों को पर्यावरण को समर्पित करने की जरूरत है। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लेने का है । आश्रम के विद्यार्थियों ने तुलसी स्तुति करते हुए पूजानोत्सव किया है ।इस अवसर पर स्वामी अग्विचार्य, देव सिंह नेगी, सपना, अतर सिंह, दर्शन लाल शाह, ओम प्रकाश, कई विद्यार्थी आदि लोग मौजूद रहे.