जिला गंगा संरक्षण समिति की मासिक बैठक, ये बातें उठी ये डीएम ने कहा, जानिए



देहरादून : जिला गंगा संरक्षण समिति की मासिक बैठक समिति अध्यक्ष जिलाधिकारी देहरादून की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।बैठक में पिछली बैठक के तथ्यों के निस्तारण और क्रियान्वयन की पुष्टि की गई।जबकि नदी तटीय क्षेत्रों में अवैध बस्तियों में नए निर्माणों को रोके जाने को कहा गया। आपदा प्रबंधन के बिंदुगत समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद प्रसाद जुगलान ने कहा कि ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में सॉन्ग नदी की बाढ़ से क्षति ग्रस्त सुरक्षा दीवार एवं गंगा जी की बाढ़ से राजकीय पॉलीटेक्निक के समीप क्षति ग्रस्त सुरक्षा दीवार का पुनर्निर्माण पर त्वरित संज्ञान लेना आवश्यक है।
सेप्टेज प्रबंधन के तहत जुगलान ने कहा अति भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सेप्टेज प्रबंधन के तहत शौचालयों का निर्माण अत्यावश्यक है।जिनमें जनपद देहरादून अंतर्गत हरिद्वार – ऋषिकेश मुख्य मार्ग पर सत्यनारायण मंदिर के निकट एवं नेपाली फार्म एवं एम्स ऋषिकेश के बाहर यात्रियों खासकर महिलाओं के लिए शौचालय निर्माण को उच्च प्राथमिकता देते हुए प्रयास किए जाएं। जुगलान ने सदन को बताया कि जिला स्वच्छता एवं जल जीवन मिशन ने ठाकुर पुर ग्राम सभा अंतर्गत नेपाली फार्म में शौचालय निर्माण की संस्तुति चाही थी।लेकिन न तो राष्ट्रीय राज मार्ग प्राधिकरण ने इसकी संस्तुति दी और न आज तक किसी शौचालय का निर्माण किया है।समिति अध्यक्ष जिलाधिकारी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए उक्त बिंदुओं को बैठक के कार्य वृत्त में सम्मिलित करने को कहा।बैठक के बिंदुओं से इतर समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने जिलाधिकारी की अनुमति से एक और बिंदु पर ऋषिकेश उपजिला चिकित्सालय में स्थाई आपातकालीन मेडिकल ऑफिसर न होने से रोगियों और चिकित्सकों को हो रही असुविधा का जिक्र करते हुए स्थाई ई एम ओ नियुक्ति का निवेदन किया।जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी देहरादून ने समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी के के मिश्रा नगर आयुक्त देहरादून नमामि बंसल, उपजिलाधिकारी डोईवाला अपर्णा ढौंढियाल, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार,सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश चन्द्र कांत भट्ट, जिला गंगा समिति के परियोजना अधिकारी रवि कांत पांडेय,अधीक्षण अभियंता शरद श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता संजय राज, परियोजना अधिकारी यू यू एस डी ए जतिन सिंह सैनी,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक अधिकारी एसएस चौहान सहित बड़ी संख्या में सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।