कांडा कमस्यार घाटी के औलानी गांव में बच्ची को मारने वाला गुलदार आखिर हुआ ट्रेंकुलाइज

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बागेश्वर : बागेश्वर जिले के कड़ा तहसील के ओलानी गांव में गुलदार ने एक बच्ची को निवाला बना लिया था। शनिवार शाम को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया वन विभाग के द्वारा। ग्रामीणों ने उसके बाद राहत की सांस ली। इससे।पहले  5.30 बजे ढाई साल की मासूम बच्ची को आंगन से उसकी मां के हाथ से छीन कर ले गया था तेंदुआ।

गुलदार को वन विभाग की टीम ने शनिवार की शाम ट्रेंकुलाइज कर लिया गया ।गुलदार के बेहोश होने पर उसे पिंजरे में रखकर मुख्यालय लाया गया है। इससे पहले शुक्रवार की रात को भी ग्रामीणों को चंडिका मंदिर के गेट के पास गुलदार दिखाई दिया था। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को ₹6 लख रुपए का मुआवजा दे दिया है। गुरुवार की रात ओलानी गांव में गुलदार ने 2 वर्ष की मासूम योगिता को निवाला बना लिया था।उसके बाद वन विभाग ने गांव में दो पिंजरे तथा ट्रैप कैमरे लगाए थे।वन विभाग ने  शनिवार को एक और पिंजरा बढ़ा दिय गया ।ग्रामीणों की माने तो शुक्रवार शाम को भी गुलदार दिखा था ।पास ही नारगोली गांव के नवीन रौतेला और महेश रौतेला शाम के वक्त घर जा रहे थे। इस दौरान गुलदार उनको दिखाई दिया। चंडिका मंदिर के पास गुलदार देखे जाने की सूचना उन्होंने दी। शनिवार को वन विभाग में दो ट्रैप कैमरा की  जांच की। शाम को गुलदार के घटनास्थल के पास ही फिर दिखने की सूचना पर  वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची गुलदार के देखने पर उसे ट्रेंकुलाइज कर लिया गया ग्रामीणों ने उसके बाद राहत की सांस ली है।

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घटना यह कमस्यारघाटी के ठांगा ग्राम सभा के औलानी गांव के निवासी रवीन्द्र उप्रेती की ढाई साल की पुत्री को गुरुवार  शाम 5.30बजे जब बच्ची की मां  घास काटने से आयी तब उन्होंने अपनी बेटी का हाथ पकड़ा और आंगन में आगे नल की ओर जाने लगी  तो वहीं घात लगायें तेंदुए ने बच्ची को छीनकर 5-6 सीढ़ीदार खेत ऊपर उसको ले गया। अगल-बगल में घास काट रहे महिलाओं ने शोर किया। तब जाकर बच्ची को वहीं छोड़ तेंदुआ वहां से भाग गया। तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। बच्ची के शरीर में गहरे घाव है।इलाके में मानव वन्य जीव संघर्ष लगातार जारी है। आस पड़ोस के इलाकों से गुलदार देखने की सूचना ग्रामीण दे रहे हैं वह विभाग को।आये दिन तेंदुओ/ गुलदार का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है ।क्षेत्र में बहुत सारे गाय, बकरियां और कुत्तों को अपना शिकार बना चुका है।  ऐसे में खौफ लगातार जारी है ग्रामीणों के बीच।

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