“शराबी” तथाकथित साधु की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या, साथी साधु प्रवेश गिरी ही निकला हत्यारा
शिवालिक पहाड़ियों के पास एक साधु की हत्या से हड़कंप मच गया. घटना सहारनपुर के थाना मिर्जापुर के बादशाही बाग की शिवालिक पहाड़ियों के पास की है। मामला सहरानपुर जिले का है. साधु एक छप्परनुमा मंदिर में रहता था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि पुलिस ने सूचना देने वाले दूसरे साधु को प्रवेश गिरी को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी साधु ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
बादशाही बाग के पास शिवालिक पहाड़ों की तलहटी में कुए के पास एक साधु 5 सालों से झोपड़ी बनाकर रहता था। शुक्रवार की देर रात करीब दो बजे एक साधु प्रवेश गिरी घबराया हुआ बादशाही बाग की चौकी पर पहुंचा। उसने अपने साधु की हत्या की बात बताई। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने अधजला शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को सूचना देने वाले साधु की बातों पर शक हुआ और उसी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी साधु ने सारी दास्ता बयां कर दी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी प्रवेश गिरी और साधु ने एक साथ शराब पी। शराब का नशा चढ़ने के बाद दोनों में किसी बात को लेकर बहस हो गई। जिसके बाद प्रवेश गिरी ने पहले साधु को डंडों से पिटाई कर दी। जिसके बाद साधु अपनी सुध खो बैठा। आरोपी ने उसकी एक धारदार हथियार से गला रेत दिया। मृतक साधु के शव को खाक करने के लिए झोपड़ी में आग लगा दी। आरोपी साधु ने मामले को घूमाने के लिए पुलिस का सहारा लेना चाहा। लेकिन पुलिस ने उसे ही लपेट लिया। पुलिस को आरोपी प्रवेश गिरी की बातों पर संदेह हुआ। पुलिस आरोपी साधु को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसके बाद आरोपी ने अपना जुल्म कबूल किया। हालांकि आरोपी का कहना है कि वह अक्सर साधु के पास आता-जाता रहता था। आरोपी साधु यमुनानगर के कलावड़ का रहने वाला है।
सीओ रामकरण सिंह का कहना है कि साधु की हत्या दूसरे साधु प्रवेश गिरी ने की थी। साधु की बातों पर संदेह होने पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसके बाद आरोपी साधु ने हत्या करना स्वीकार किया है। शराब पीने के बाद दोनों में विवाद हो गया था। जिसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया गया।