“भूत का बच्चा”  और “खिलौने वाली चुड़ैल”….का मामला पहुंचा मुख्यमंत्री के पास, कार्रवाई की मांग

बच्चों से जुड़े स्वास्थ्य का गंभीर मामला है इसकी जांच होनी चाहिए और सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई : आशुतोष शर्मा

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ऋषिकेश : “भूत का बच्चा और खिलौने वाली चुड़ैल” का मामला मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुँच गया है. मामला आप कहेंगे क्या है यह ? यह मामला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार तक पहुँचाया है उत्तराखंड विकास मंच ने. तहसीलदार सुशीला कोठियाल के मार्फ़त. सोमवार को मंच के कार्यकर्ता पहुंचे तहसील परिसर. एसडीम की गैरमौजूदगी में तहसीलदार सुशीला कोठियाल को ज्ञापन सौंपा गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिला खाद्य आपूर्ति निरीक्षक के नाम. 

मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने बताया, ऋषिकेश में गली मोहल्लों में दुकानों तो उत्पाद बिक रहे हैं धड़ल्ले से. जो छोटे बच्चों के लिए ख़ास तौर पर बनाये गए हैं. बच्चे उनको खरीदकर खा भी रहे हैं. नाम हैं उनके भूत का बच्चा और खिलौने वाली चुड़ैल. … इस तरह के नाम आप अंदाजा लग सकते हैं बच्चे पर क्या मानसिक फर्क पड़ेगा. इसमें जो तस्वीर छपी है वह डरावनी तो हैं ही साथ ही नाम ऐसे रखे गए हैं जिस पर हर कोई हैरान है. बच्चा कह रहा है भूत का बच्चा लाओ…..ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं वह क्या बच्चा सीखेगा  ? उससे बड़ी बात स्वास्थय पर क्या असर पड़ेगा ? पांच रुपये में आप उत्पाद भी बेच रहे हैं और उसके अन्दर ईनाम मे कुछ न कुछ आइटम निकल रहा है …अब ऐसे में अंदाजा लगा लीजिए  क्या क्वालिटी होगी इस उत्पाद की? शर्मा ने कहा उससे बड़ी बात जिस कंपनी का नाम पैकेट में लिखा हुआ है उसमें पता कुछ नहीं है, रियान फ़ूड करके india लिखा हुआ है.  न कोई पता. fssai एप्लाइड फॉर लिखा हुआ है.(Food Safety and Standards Authority of India—आपको बता दें, भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI)) की स्थापना खाद्य सुरक्षा तथा मानक अधिनियम, 2006 के अन्तर्गत किया गया है।)  इसकी अनुमति जरुरी होती है. मतलब लाइसेंस लेना.
मतलब आभी  आपको अनुमति नहीं मिली उससे पहले आप बेचने लग गए बाजार में. इसका मतलब आप को कोई देखने,टोकने वाला है नहीं ? शर्मा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम ज्ञापन सौंपा है. साथ ही खाद्य सुरक्षा अधिकारी से मिलने गए तहसील में तो उनका कार्यालय मिला. बताया गया हफ्ते में एक दिन वह आते हैं बाकी दिन ताला बंद रहता है. शर्उमा ने बताया उनको  फोन पर सूचना दी गयी फिलहाल. whatsaapp भी कर दिए हैं सैम्पल फोटो और ज्ञापन कॉपी. ऐसे में जब वह आयेंगे तब हार्ड कॉपी और सैम्पल जमा कर दिए जायेगें. तहसीलदार सुशीला कोठियाल का कहना था इसकी शिकायत आई है. हम भी अपने स्तर पर जांच  करेंगे इसकी. पुलिस को भी एक सूचना दे देने की उन्हूने बात कही है.   वहीँ ज्ञापन सौंपने वालों में आशुतोष शर्मा, शैलेन्द्र नेगी, प्रमोद नौटियाल व् अन्य लोग मौजूद रहे. 

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