पाकिस्तानी हैंडलर और साइबर ठगी…दलीप यादव को झारखण्ड से गिरफ्तार कर लायी टिहरी पुलिस


- टिहरी पुलिस ने 18 लाख की ठगी करने वाले साइबर ठग को झारखंड धनबाद से किया गिरफ्तार
- 35 लाख से अधिक का माल किया बरामद, पाकिस्तानी था हैंडलर दलीप यादव का
- टिहरी पुलिस झारखण्ड से गिरफ्तार कर लायी..दलीप यादव को
- वर्तमान में अभियुक्त अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़ा है जिसके मुख्य हैंडलर पाकिस्तान के मोबाइल नंबर्स से इसको निर्देश देता है

1- मामले की गम्भीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जनपद टिहरी गढ़वाल द्वारा मामले का संज्ञान लेकर त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशति कर दिनांक 16 सितंबर 2024 को उक्त प्रकरण की जाच प्रभारी साइबर सैल निरीक्षक नदीम अतहर के सुपुर्द की गई. जांच के दौरान, प्रकाश में आया कि अभियुक्तों द्वारा धोखाधड़ी कर वादिनी से उक्त धन सात अलग-अलग खातों व छः यूपीआई के माध्यम से जमा कराया गया है. उक्त सभी खातों की जांच करने पर सभी खाते और उनसे संबंध मोबाइल नंबर बंद पाए गए, एंव वादिनी द्वारा जमा कराए गए धन के विषय में गहन अध्ययन करने पर प्रकाश में आया कि उक्त धन दो मुख्य खातों जिन में से एक मध्य प्रदेश भोपाल में तथा दूसरा खाता लखीसराय बिहार में पाया गया था । भोपाल में स्थित खाते की जांच करने पर उक्त खाता मुस्कान साहू के नाम पर होना पाया गया तथा मुस्कान के खाते से धन चार अन्य खातों में स्थानांतरित कर दिया गया था।खाताधारकों के बारे में पता किया गया तो खाताधारक अभियुक्त दिलीप याद वर्तमान में थाना जतारा के अंतर्गत पंजीकृत मुकदमे के संबंध में जतारा उपकारागार जेल में निरुद्ध होना पाया गया। तीसरा खाता धारक सत्त्यम भानावत को नोटिस दिया जा चुका है चौथे अभियुक्त धर्मेंद्र यादव की तलाश जारी है ,एक खाता धारक ने आत्महत्या कर ली है। बिहार के खातों में गयी धनराशि का विश्लेषण करने पर यह बात प्रकाश में आई के उक्त धन का अधिकांश हिस्सा अलग-अलग खातों में स्थानांतरित कर दिया गया है और उन अकाउंट से धनबाद में ट्रांसफर किए गए थे।साइबर पुलिस टीम तैयार कर धनबाद भेजा गया और वहां पर स्थानीय मुखबिरों की मदद से अभियुक्त की तलाश करते हुए अभियुक्त को दिनांक 06 अप्रैल 2024 को गिरफ्तार किया गया. जिसको सीजेएम न्यायालय धनबाद से ट्रांजिट रिमांड पर टिहरी लाया गया है।
अपराध का तरीका-
1- वर्तमान में अभियुक्त अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़ा है जिसके मुख्य हैंडलर पाकिस्तान के मोबाइल नंबर्स से इसको निर्देश देता है जो इस से बैंक अकाउंट को डिटेल मांगते है अभियुक्त द्वारा ऑनलाइन व्हाट्सएप आदि पर आस पास झारखंड बंगाल बिहार आदि क्षेत्र के युवकों को कमाई का लालच देकर षडयंत्र के तहत अपने गिरोह में सम्मिलित करता है. फिर उनसे खुद का या किसी अन्य के नाम से बैंक अकाउंट खोलने और उसकी डिटेल ले लेता है।उक्त बैंक डिटेल अपने हैंडलर्स को भेज देता है। अभियुक्त द्वारा खुद भी ऐसे ही अकाउंट का प्रबंध कर लेता है। दिए गए अकाउंट में हैंडलर्स लूट का पैसा डलवाते है और अभियुक्त को बताते है अभियुक्त अकाउंट नंबर के अनुसार उस व्यक्ति को बताता है जिसने वो अकाउंट नंबर दिया था और उस अकाउंट से एटीएम के माध्यम से या अन्य एकाउंट में स्थानांतरित कर देते है और उन अकाउंट से धन आहरितकर लेते है और उस पूरे धन को विदेशी हैंडलर के बताए अन्य एकाउंट में कैश सीडिएम मशीन के माध्यम से 91प्रतिशत धन जमा करवा देते है 3 % धन अभियुक्त को मिलता है. और अकाउंट व मोबाईल सिम उपलब्ध कराने वाले को 06 प्रतिशत धन मिलता है कुछ लड़के आठ दस अकाउंट भी उपलब्ध कराते है।
2- प्रत्येक दिन लगभग 3-4 लाख का ट्रांजेक्शन होता है महीने में एक करोड़ के आस पास हो जाता है उसका 03 प्रतिशत अभियुक्त को मिलता है।
अभियुक्त से प्राप्त माल का विवरण-
1-09 एटीएम कार्ड विभिन्न बैकों के
2- 02 आधारकार्ड
3- 01 पैनकार्ड
4- 04 चैकबुक
5-02 अदद कडे पीली धातु
6-02 अदद चैन पीली धातु
7- 06 अदद सिक्के पीली धातु
8- 04 मोबाइल फोन
9- *1,30,000/- रूपयेनकद*
6-कालेरंग का पीटठूबैग
7-लालरंग का हैण्डबैग
8- एक वाहन किया सैल्टस कार रंगकाला
कुल बरामदामाल की कीमतलगभग 35 लाख रूपये)
नाम पता गिरफ्तारअभियुक्त का-
पप्पूकुमार साव पुत्र दीपनारायण साव, उम्र 35 वर्ष,
निवासी भूल्ली बस्ती नवाडीह थाना व जिला धनबाद झारखण्ड।
पुलिस टीम–
1-निरीक्षक नदीम अतहर प्रभारी, साईबर सैल।
2-उ0नि0 ओमकान्त भूषण प्रभारी, सी0आई0यू0।
3-हे0कां0 39 सी0पी0 विकास सैनी, सी0आई0यू0।
4-कां0 181 सी0पी0 अजय वीर सैनी, साईबर सैल।