टिहरी :यहाँ बकरियां दी जा रहीं हैं…..पलायन रोकने के लिए अहम…जानिये




उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के तहत माइक्रो गोट यूनिट हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में 75 प्रतिशत की धनराशि प्राप्त हुई, जिसमें विकासखण्ड थौलधार के 06 ग्रामों के 45 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया। इसमें ग्राम कन्स्यूड़ के 09 लाभार्थी, ग्राम झकोगी कवाणो की, के 07, ग्राम डांग के 10, ग्राम सिवाली पाटल के 05, ग्राम किलवाण गांव के 06 तथा ग्राम झकोगी ब्राहमणों की, के 08 लाभार्थी शामिल हैं। उन्हांेने कहा कि 25 प्रतिशत की धनराशि प्राप्त होते ही शेष 01 ग्राम के 15 लाभार्थियों को भी लाभान्वित कर दिया जायेगा। बताया कि माइक्रो गोट यूनिट के तहत लाभार्थी को एक बकरा और चार बकरी दिए गये। बतया कि योजना के तहत बकरी पालक द्वारा बिना किसी विशेष लागत के तथा विशेष श्रम शक्ति एवं संसाधनो के नियोजन के बिना ही लगभग 30 से 35 हजार रुपए प्रतिवर्ष आय अर्जित की जा रही है। रोजगार के अन्य साधनों के साथ-साथ बकरी पालन से भी आय अर्जन कर इंटीग्रेटेड फार्मिंग से आय अर्जन किया जा रहा है। पलायन रोकथाम के तहत अधिक से अधिक आय के साधन अर्जित कर ग्रामीण आर्थिकी विकास हेतु प्रयास किये जा रहे हैं।मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में भी प्रतिवर्ष 60-60 माइक्रो गोट यूनिट्स की स्थापना की जानी है।