दिल्ली में हुई बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में ऋषिकेश के सूरज, शुभम और सार्थक (SSS) ने जीते गोल्ड मैडल, नगर आयुक्त ने किया सम्मानित

- राजधानी दिल्ली में ऋषिकेश का डंका, शुभम, सार्थक और सूरज (SSS) ने जीते गोल्ड मैडल, किया नाम रोशन बॉडी बिल्डिंग में
- नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी ने किया सम्मान तीनों का युवा खिलाड़ियों का
- तीनों खिलाड़ियों ने कहा, राज्य सरकार से कोई सपोर्ट नहीं मिलता, अन्य राज्यों से हमें बुलाते हैं , खुद की मेहनत से यहाँ पहुंचे हैं

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) सोमवार को नगर निगम कार्यलय में ऋषिकेश के तीन होनहारों को नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी ने सम्मानित किया. तीनों को शाल ओढाकर और पुष्पमला पहना कर सम्मानित किया गया. इन तीनों ने अपनी मेहनत से गोल्ड मैडल तो हासिल किया ही साथ ही उत्तराखंड का नाम भी रोशन किया है. इन तीनों के नाम हैं. शुभम कपरुवान, सार्थक थपलियाल और सूरज जोशी. ये तीनों ऋषिकेश में रहते हैं. रहीं प्रैक्टिस करते हैं. ८ जून २०२५ को दिल्ली में हुए रास्ट्रीय बॉडी बिल्डिग प्रतियोगिता में इन तीनों ने अपने अपने वेट केटेगरी में गोल्ड मैडल जीते हैं. कई राज्यों के बॉडी बिल्डर्स पहुंचे थे प्रतियोगिता में. इस अवसर पर नगर आयुक्त ने नेगी ने कहा, इस तरह युवा गोल्ड मैडल लाता है तो दिल खुश हो जाता है. सबसे ख़ास बात बॉडी बिल्डिंग का खेल बहुत मेहनत का खेल है.अनुशासन का गेम है. फिर आपकी डाईट आपकी….नशे से दूर रहता है खिलाड़ी. यहाँ पर टेलेंट की कमी नहीं है. बस सही प्लैत्फोर्म मिलने की देरी है.आगे भविष्य के लिए मेरी शुभकामनायें हैं तीनों को.

शुभम कपरुवान, 80 किलो वर्ग में गोल्ड जीता है. इनका अपना जिम भी है रेलवे रोड पर, बर्न आउट के नाम से. पिछले १३ सालों से बॉडी बिल्डिंग से जुड़े हुए हैं. इनके स्टूडेंट सार्थक ने भी गोल्ड जीता है. दोनों गुरु चेले ने गोल्ड जीत कर अलग से नाम कमाया है. दूसरे हैं सूरज जोशी, उत्तरकाशी के रहने वाले हैं और वर्तमान में ऋषिकेश में अध्यनरत हैं…बॉडी बिल्डिंग में 65 किलो वर्ग में गोल्ड जीता है दिल्ली में इन्हूने. उत्तरकाशी से आ कर ऋषिकेश में ये MA आचार्य कर रहे हैं. एक संस्कृत विद्यालय से. सार्थक थपलियाल, इन्हूने भी गोल्ड जीता है. ये भी ऋषिकेश के रहने वाले हैं. ये पार्षद सरोजनी थपलियाल के बेटे हैं. इनका जूनियर ओलिम्पिक के लिए चयन हुआ है. ये अब यूरोप जायेंगे. इनके पास मिस्टर इंडिया और मिस्टर यूनिवर्स का टाइटल है. दिल्ली में इन्हूने भी गोल्ड जीता है. 8 जून को हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता में. इससे पहले ये थाईलैंड, म्यामनार, चीन जाकर अपना हुनर दिखा चुके हैं. तीनों खिलाड़ियों ने ‘नेशनल वाणी’ हिंदी से बात करते हुए बताया हमारे राज्य में सरकार सोयी हुई हैं. कोई सपोर्ट नहीं मिलता. अन्य राज्यों से हमें बुला रहे हैं वे सम्मान कर रहे हैं. लेकिन यहाँ से कुछ नहीं. स्पोंसर्स मिलना भी कठिन है. बस अपनी मेहनत से जितना कर पा रहे हैं उतना कर रहे हैं. घर वालों के अलावा कोई और सपोर्ट नहीं है इनके पास. राज्य सरकार ने खेल नीति तो बनाई है लेकिन इस तरह के टेलेंट पर भी नजरें इनायंत करने की जरुरत है. राकेश सिंह ने कहा, राज्य सरकार से हम आग्रह करते हैं ऐसे टेलेंट को आगे ले कर जाएँ. ये गोल्ड मैडल ला रहे हैं बिन किसी सपोर्ट के…..इनको सरकार की तरफ से थोड़ा सा भी साथ मिल जाए तो ये विश्व पटल पर छाने वाले युवा हैं. जो कल के भविष्य के लिए प्रेरणा बन सकते हैं. सम्मान अवसर पर मौजूद लोगों में सहायक नगर आयुक्त रमेश सिंह रावत, राकेश सिंह एडवोकेट, विजय कपरुवान, सरोजनी थपलियाल, भगवन सिंह पंवार, दीपक रावत, अरविन्द पंवार, सोनू प्रभाकर अम्बर जोशी आदि लोग मौजूद रहे.