सुल्तानपुर : अनावश्यक राजधानी न रेफर किये जाएँ मरीज:डिप्टी सीएम

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खबर सुल्तानपुर जिले से है जहाँ यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक सुल्तानपुर दौरे के दौरान अनावश्यक रूप से मरीजों के रेफर किए जाने की व्यवस्था पर करारा प्रहार किया। कहा कि यदि चिकित्सा अधिकारियों के पास संसाधन है तो रेफर करने की प्रवृत्ति में बदलाव होना चाहिए। अपना घर छोड़कर लखनऊ जाने में तीमारदारों को समस्या उठानी पड़ती है।
दरसल आपको बता दें उप मुख्यमंत्री/स्वास्थ्य मंत्री आज लगभग  4:30 बजे शाम को सुल्तानपुर पहुंचे। सीधे जिला अस्पताल पहुंचकर उन्होंने इमरजेंसी कक्ष का जायजा लिया। वार्ड की स्थिति देखी और दवाओं की उपलब्धता के बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुरेश कुमार कौशल से जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ डीके त्रिपाठी से उन्होंने जिले में चल रही स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के कक्ष में उपस्थिति पंजिका समेत अन्य अभिलेखों की पड़ताल भी की। बंद शौचालय पर नाराजगी जताते हुए इसे तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए।
पत्रकारों से वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि 24 घंटे चिकित्सा अधिकारी मरीजों की निगरानी कर रहे हैं । मरीज भी संतुष्ट हैं। यदि हमारे पास संसाधन उपलब्ध हैं तो मरीजों को रेफर न किया जाए। उन्हें ठीक करके घर भेजा जाए। अपना घर छोड़कर लखनऊ बनारस जाने में परिजनों पर वित्तीय भार पड़ता है। टेंशन बढ़ता है और वह असहज होते हैं। जब वह लोकल में इलाज पाएगा तो उसे बेहतर महसूस होगा। हम अपने संसाधनों को लेकर आपके साथ हैं। आज बजट पेश हुआ है। कर्मचारियों और चिकित्सकों की भर्ती हम जल्द शुरू करने वाले हैं।  बीजेपी सरकार बनने से पहले प्रदेश में कुल 13 मेडिकल कॉलेज थे। योगी सरकार ने 30 सरकारी और 35 गैर सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की है। 16 अन्य जिले जहां पर मेडिकल कॉलेज नहीं है । वहां भी मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। हम यूपी में वर्ल्ड क्लास चिकित्सा सेवा तैयार कर रहे हैं। हमारे पीएम और सीएम का निर्देश है कि सरकारी अस्पतालों से निराश होकर कोई ना लौटे। सुल्तानपुर के चिकित्सीय सुविधा को चाक-चौबंद करेंगे। मेडिकल पढ़ाई की गुणवत्ता और संसाधनों में सुधार लाया जाएगा।

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