यूपी : सुलतानपुर में राष्ट्र सेविका समिति की कार्यकर्ताओं का निकला पथ संचलन,जगह-जगह पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत.. जानिए..
पथ संचलन में 447 स्वयंसेवक बहनो के साथ करीब सौ व्यवस्था की महिलाएं हुईं शामिल..

खबर उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले से है जहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति काशी प्रांत का सुलतानपुर नगर के विभिन्न मार्गों पर पथ संचलन निकाला गया, जिसमें बालिकाओं और महिलाओं के उत्साह और अनुशासन को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए।सुलतानपुर जिले में बीते 25 दिसम्बर को सात दिवसीय बालिकाओं व महिलाओं का प्रारंभिक शिक्षा वर्ग शुरू हुआ था जिसका समापन 31 दिसम्बर को दीक्षांत समारोह के बाद सम्पन्न होगा। इससे पहले उनके प्रशिक्षण का प्रदर्शन पथ संचलन निकाल कर किया गया। इस पथ संचलन में 447 स्वयंसेवक बहनो के साथ करीब सौ व्यवस्था की महिलाएं शामिल हुई। पथ संचलन का रास्ते में जगह जगह स्वयंसेवकों का नागरिकों ने पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत किया। राष्ट्र सेविका समिति काशी प्रांत के सुलतानपुर विभाग कार्यवाहिका श्रीमती कुसुम सिंह की देखरेख में आयोजित पथ संचालन पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार से निकला। पथ संचलन के बीच मे भगवाध्वज के साथ घोष की धुन और जय घोष के नारे लगाते हुए निर्धारित वेश मे स्वयंसेवक बहने कदम ताल के साथ अनुशासन का प्रदर्शन करते हुए चल रही थीं, जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा।
गौरतलब हो कि यह आयोजन सुलतानपुर इंस्टीट्यूट नर्सिंग ऑफ़ पैरामेडिकल कॉलेज टाटियां नगर सुलतानपुर में चल रहा था। प्रशिक्षण वर्ग में काशी प्रांत के सुलतानपुर, जौनपुर प्रतापगढ़ विभाग के कुल 447 बहने प्रशिक्षण ले रही हैं । इसमें 25 शिक्षिका एवं 28 व्यवस्था प्रमुख बहने शामिल है। वर्ग में सेविकाओं को दंड संचालन, नियुद्ध, गणसमता के प्रशिक्षण के साथ योगासन,आत्मरक्षा व बौद्धिक कार्यक्रम आदि हो रहा है। प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम का उद्देश्य नारी को अपनी शक्ति की अनुभूति कराना है। खेल, व्यायाम,योगासन और प्रेरक कहानियों का प्रभाव स्वयंसेविकाओं के मन पर पड़ता है। इससे उनके व्यक्तित्व का विकास होता है।
इस मौके पर राष्ट्र सेविका समिति की क्षेत्र प्रचारिका शशि बघेल, काशी प्रांत की बौद्धिक प्रमुख वंदना श्रीवास्तव,संपर्क प्रमुख देवयानी,पाल्या अधिकारी सुमन सिंह ,सुलतानपुर जिला बौद्धिक प्रमुख रंजना मिश्रा,सह बौद्धिक प्रमुख रोली श्रीवास्तव आदि रहीं।