यूपी : ..तो यहाँ आशिकी ले डूबी.. प्रेमी का धर्म निभाना पड़ा मंहगा,कर दी हत्या,पहुँच गए सलाखों के पीछे..
प्रेमिका ने बहन को तंग करने की बात कहकर अपने आशिक से कराई थी हत्या,प्रेमी संग 2 गिरफ्तार..

खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ प्रेमिका के प्यार में एक आशिक हत्यारा बन गया है,रिटायर्ड दरोगा के पुत्र द्वारा अपनी बहन को परेशान करने की बात कहकर प्रेमिका ने प्रेमी को इस तरह भरा कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर बीते 20 अगस्त को प्रेमी ने रिटायर्ड दरोगा के पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी।मामले में आज जिले के पुलिस कप्तान सोमेन वर्मा ने खुलासा करके इसकी जानकारी दी है। तीनों आरोपियों को आला कत्ल के साथ गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है।आपको बताते चलें गोसाईगंज थानाक्षेत्र के बरूई गांव स्थित पार्क के पास बीते 20 अगस्त की सुबह थाना क्षेत्र के सुरौली गांव निवासी सफदर इमाम पुत्र मोहम्मद हसनैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एसपी सोमेन वर्मा ने गोसाईगंज पुलिस के साथ ही स्वॉट टीम को खुलासे के लिए लगाया था। स्वॉट टीम व गोसाईगंज पुलिस ने आज हत्याकांड को अनजाम देने वाले जासापारा निवासी नीरज सिंह उर्फ भोलू, बरूई निवासी राज सिंह उर्फ राजा सिंह और जासापारा निवासी पंकज कुमार को गिरफ्तार किया है। इनके पास से तमंचा, जिंदा कारतूस समेत मिस कारतूस बरामद हुआ है।हत्यारोपियों को गोसाईगंज कादीपुर मार्ग पर स्थित जासापारा मोड़ से गिरफ्तार किया गया है।
अभियुक्त नीरज सिंह ने बताया कि पड़ोसी ग्राम बरुई में मेरा एक लड़की से प्रेम संबंध चल रहा है।उसकी एक छोटी बहन है जिससे बात करने के लिए सफदर इमाम ने कागज में अपना मोबाइल नंबर लिखकर लगातार उसके आगे-पीछे गिराता था।जिसकी शिकायत उसने अपनी बड़ी बहन मेरी प्रेमिका से किया। जिस पर मेरी प्रेमिका ने यह बात मुझसे बतलाई तो मैंने सोचा कि क्यों ना सफदर इमाम को सबक सिखा दिया जाए। 20 अगस्त को जब वो मेरे गांव जासापारा किसी काम से आया था तो वहां से लौटकर सफदर अपनी बाइक से बरुई के रास्ते सुरौली जा रहा था।प्लानिंग के तहत मैं राज सिंह, राजन कुमार व पंकज को साथ लेकर अंबेडकर पार्क आए। चारों लोग अंबेडकर पार्क से थोड़ी दूर पर ग्राम बरुई जाने वाली पक्की सड़क पर खड़े हो गये। सफदर को हम लोगों ने रोक लिया और हम लोगों में वाद-विवाद होने लगा। सफदर इमाम ने बाइक से उतरकर मुझे व राज को थप्पड़ मार दिया और बाइक छोड़कर पैदल बरूई की तरफ भागा। तब राज सिंह ने तमंचे से उसके ऊपर फायर किया जो मिस हो गया। मैंने दौड़ाकर सफदर इमाम को थोड़ी दूर पर पकड़ लिया सफदर इमाम ने फिर से मुझे थप्पड़ मार दिया। मैंने कमर मे खोसे हुए तमंचा निकालकर उसके ऊपर फायर कर दिया। जो कि सफदर के सर में लगी और वह वहीं सड़क किनारे गिर गया।