यूपी : जब..गभड़िया क्षेत्र से उठे एक ही परिवार के एक साथ तीन जनाजे..तो मच गई चीख पुकार.. हर इक आंखों से बह चले आंसू..जानिए..

प्रतापगढ़ में भीषण सड़क हादसे के दौरान गई तीन जानें.. पोस्टमार्टम के बाद शवों के घर पहुंचने पर.. मच गया कोहराम..

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खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ एक भीषण सड़क हादसे में हुई तीन मौतों से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। एक घर से तीन जनाजे उठे तो चीख-पुकार मच गई। शहर के तकिया कब्रिस्तान में शुक्रवार रात 8 बजे तीनों को सुपुर्द-ए खाक किया गया। मोहल्ले वासियों को इस बात का दुःख है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवार को ढाढस बांधने नहीं पहुंचा।आपको बताते चलें नगर क्षेत्र के गभड़िया मोहल्ले में मुख्तार अहमद का परिवार निवास करता है। उनके दो पुत्र हैं,इमरान,मेराज और बेटियां हैं जिनमें 4 का ब्याह हो चुका है। बड़ा बेटा इमरान अपने 5 बच्चे और पत्नी को लेकर गुरुवार शाम 6 बजे प्रतापगढ़ के जेठवारा थाना अंतर्गत लोकापुर स्थित अपने सुसराल जा रहा था। सुसराल से करीब 10 किमी पहले वो बड़े हादसे का शिकार हो गया। अत्यधिक कोहरे के कारण उसकी स्विफ्ट डिजायर कार खड़ी रोडवेज बस में जा घुसी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार इमरान ड्राइव कर रहा था। स्वयं इमरान, बेटा मोनू,फरहान,अरसलान,बेटी खुशनुमा व आयशा और पत्नी रुखसार सवार थे। इमरान (40 वर्ष) और आयशा (06वर्ष) की मौके पर मौत हो गई और अरसलान (07 वर्ष) ने रात 2 बजे प्रयागराज हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर सूचना मिलते ही इमरान के पिता मुख्तार व परिवार वाले प्रतापगढ़ के लिए रवाना हुए। शुक्रवार शाम शव का पोस्टमार्टम के बाद शव घर पर आया तो मोहल्ले में कोहराम मच गया। तीन जनाजे तैयार हुए और जब शव कब्रिस्तान जाने के लिए घर से उठा तो भारी भीड़ में हर आंख से आंसू बह चले।शादी समारोह में गया परिवार गुरुवार को प्रतापगढ़ के लोकापुर में हादसे का शिकार हुआ था। मोहल्ला निवासी फिरोज ने बताया कि कल दिन में इमरान की सुसराल में शादी थी। काम के कारण वो शादी में नहीं जा सका। लेकिन जब घर लौटा तो पत्नी ने नाराजगी जाहिर की। इस पर वो पत्नी बच्चों को लेकर शाम 6 बजे निकला था और हादसे का शिकार हो गया। उन्होंने बताया कि हादसे के समय पत्नी के साइड का गेट खुल गया और वो सड़क पर गिर गई तो बच गई। बाक़ी बच्चे और इमरान के चाचा का लड़का सरताज को चोटें आई हैं। मोनू, फरहान और खुशनुमा का इलाज प्रतापगढ़ के प्राइवेट हॉस्पिटल में जारी है। ये बच्चे इंडियन पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे। बताया जा रहा है कि इमरान के पिता मुख्तार गाड़ी की डेंटिंग का काम करते हैं। लंबे समय तक उसने पिता के साथ ही काम किया और अभी एक माह पूर्व ही अमहट क्षेत्र में उसने अपना अलग कार्य शुरू किया था।

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