यूपी : डॉ घनश्याम तिवारी हत्याकांड में पुलिस प्रशासन के साथ साथ जिला प्रशासन भी हुआ सख्त..जानिए क्या कहा जिलाधिकारी जसजीत कौर ने…

हत्याकांड में शामिल आरोपियों की क्रिमनल हिस्ट्री के साथ साथ अवैध संपत्तियों का निकाला जाए ब्यौरा : जसजीत कौर

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खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ सीएचसी में तैनात संविदा चिकित्सक डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड के बाद जिला प्रशासन सख्त नजर आ रहा है।पुलिसिया कार्रवाई के साथ-साथ प्रशासनिक कार्रवाई भी तेज हो गई है। जिला प्रशासन आरोपी,उसके परिवार व जानने वालों की जमीन पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में जुट गया है।आपको बताते चलें जिलाधिकारी जसजीत कौर ने एसपी सोमेन बर्मा व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक आवाश्यक मीटिंग ली है, बैठक के बाद डीएम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि एसडीएम सदर को निर्देश दिया गया है कि जिनके नाम हत्या में आए हैं उनके,उनके परिवार और उनके जानने वालों के लैंड तत्काल पता कराएंगे। कही कोई ग्राम समाज पे कब्जा ना हो कही कोई अवैध संपत्ति ना हो उसका एक ब्यौरा बनाकर तत्काल प्रस्तुत करेंगे। डीएम ने कहा ताकि इस मैटर में क्रिमिनल कार्रवाई के साथ-साथ हम लोग रेवन्यू कार्रवाई भी कर सकें।लगे आरोप के अनुसार आपको बताते चलें कि बीते शनिवार देर शाम कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में रहने वाले डॉक्टर घनश्याम तिवारी को कोतवाली क्षेत्र के नारायणपुर निवासी अजय नारायण सिंह ने फोनकर बुलाया।पैसों की डिमांड नही पूरी करने पर उसने चिकित्सक की हाथ पैर की हड्डी तोड़कर ई-रिक्शा पर लादकर उन्हें घर भेज दिया। जहां से घायल अवस्था में परिवार वाले लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे। वहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक की पत्नी की तहरीर पर अजय नारायण समेत दो अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की चार टीमें खुलासे के लिए लगाई गई हैं।एसपी सोमेन बर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि डॉक्टर हत्याकांड के मुख्य आरोपी आरोपी अजय नारायण सिंह के माध्यम से ही मृतक ने जमीन खरीदी थी। डॉक्टर इस जमीन को सिक्योर कर रहे थे कि और पैसों की डिमांड से आरोपी उनको वहां कब्जा नहीं दे रहे थे। एसपी ने ये भी बताया कि जांच में पता चला है कि जमीन की रजिस्ट्री 2022 में हुई है, दो रजिस्ट्री हुई है। जिस विषय पर मारा मारी और ये घटना हुई है। अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं। पुलिस ने अब तक 3 से 4 लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिस ई-रिक्शे से डॉक्टर को घर भेजा गया था उसे ट्रेस कर चालक से पूछताछ की जा रही है।

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