यूपी : हिन्दू मुश्लिम एकता का प्रतीक बना गभड़िया घासीगंज क्षेत्र..शुरू हुई श्री गणेश जी की आरती.. तो बंद हुआ ईद- मिलादुन्नबी पर्व का साउंड..

इंसान किसी भी मसलक से ताल्लुक रखता हो,उसे चाहिये अपनी जिंदगी में मानवता लाए,इंसानियत लाए : फिरोज खान

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खबर उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से है जहाँ ईद-ए मिलादुन्नबी का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक लोगों ने अपने क्षेत्रों को लाइटों से जगमगा दिया था।तो वहीं नगर का गभड़िया घासीगंज क्षेत्र हिन्दू मुश्लिम एकता का प्रतीक बन कर उभरा,जी हाँ आपको बताते चलें जिले में श्री गणेश चतुर्थी से श्री गणपति बप्पा की पूजा अर्चना का कार्यक्रम शुरू है,गभड़िया ओवरब्रिज के नीचे भी क्षेत्रवासियों द्वारा श्री गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गई है,इसी बीच ईद-मिलादुन्नबी का पर्व भी आ गया,तो मुश्लिम भाइयों ने ओवरब्रिज के नीचे ही श्री गणेश प्रतिमा के बगल अन्जुमन दयारे हबीबे किबरिया (पुरानी मस्जिद) का स्टेज सजाया,स्टेज पर जिले भर की अन्जुमनों द्वारा पैगम्बर साहब की शान में नात पढ़ने का कार्यक्रम व तकरीरें शुरू हुईं,अब समय हो चला था गणपति बप्पा की आरती का..तो क्या था.. हिन्दू मुश्लिम एकता का बेमिसाल परिचय देते हुए गभड़िया घासीगंज क्षेत्र के मुश्लिम भाइयों ने पैगम्बर साहब की शान में नात पढ़ने के कार्यक्रम को श्री गणेश जी की आरती होने तक रोक दिया और लगे हुए साउंड सिस्टम को बंद कर दिया गया,और सभी ने एक साथ गणपति बप्पा की आरती की,करीब आधे घंटे बाद पैगम्बर साहब की शान में नात पढ़ने का कार्यक्रम और तकरीरें शुरू हुईं।पुरानी मस्ज़िद गभड़िया के मौलाना ने बताया कि 12 रबीउल अव्वल की जो तारीख है इस दिन मोहम्मद सल्ललाहो वालेही वसल्लम सारे संसार के लिए रहमत बनकर आए हैं। उन्होंने कहा कि उनके तमाम फालोवर्स को चाहिये की कोई ऐसी हरकत ना करें जो रहमत के खिलाफ जहमत बने। जमीन और आसमान पर जितनी जहमत आती है उससे हर मखलूक (लोग) परेशान होते हैं। ऐसे में हजरत मोहम्मद से जो भी मोहब्बत रखता है वो किसी भी मसलक से ताल्लुक रखता है उसे चाहिये अपनी जिंदगी में मानवता लाए,इंसानियत लाए। सच और अमानतदारी को अपनाऐं ताकि जमीन पर अमनो शांति की एक लहर चले।जानकारी अनुसार आपको बता दें मुसलमानों के आखरी नबी पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मदिन को लेकर ईद-मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। शहर के डाकखाना चौराहा,जीएनरोड,शाहगंज चौराहा,बाधमडी चौराहा,पंजाबी कालोनी,जमाल गेट, अन्नू चौराहा, दरियापुर तिराहा, गभड़िया, घासीगंज, राहुल चौराहा और पलटन बाजार व चौक क्षेत्र में जगह-जगह स्टेज सजाया गया था। साथ ही साथ इन इलाकों में लाइटिंग की गई थी। सभी स्टेजों पर जिले भर की अन्जुमनों ने पैगम्बर साहब की शान में नात पढ़ी। जगह-जगह तकरीरें भी हुई। कई स्थानो पर लंगर का आयोजन किया गया था।ईद-ए मिलादुन्नबी के गभड़िया घासीगंज कार्यक्रम में मुख्य रूप से शराफत खान,   फिरोज खान
हाफिज मुस्तकीम, सगीर अजमल,शरीफ,हाजी जबीर,,मो ताज,समीर,मो वसीम खान,अंजुम परवेज, सहजादे,आरिफ खान,डॉ आशुतोष श्रीवास्तव,अनिल द्विवेदी, दीपांकुश चित्रांश, जीशान खान, गौरव श्रीवास्तव, राज जायसवाल, मो नफीस,अनस खान,साहिल सिद्दिकी,समीर, नफीस, मुजाहिदीन,के साथ सभी क्षेत्रवासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

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