खदरी पहुंचे नमामि गंगे से जुडी परियोंजना को देखने जर्मनी से आये परामर्श दल और अन्य एक्सपर्ट

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  •  जर्मनी से आये परामर्श दल सहित राज्य परियोजना स्थानीय परियोजना प्रबन्धन एवं नमामि गंगे परियोजना से जुड़े स्थानीय सामाजिक एवं पर्यावरण विशेषज्ञ  पहुंचे खदरी समीक्षा करने 
ऋषिकेश :  भारत सरकार की महत्वपूर्ण नमामि गंगे योजना के तहत जर्मन वित्त बैंक के.एफ.डब्ल्यू.पोषित अर्धनगरीय सीवरेज योजना फेस टू के लिए ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में राजकीय पॉलिटेक्निक के समीप एमपीएस (मेन पम्पिंग स्टेशन) के लिए नमामि गंगा अनुरक्षण एवं निर्माण इकाई गंगा के परियोजना प्रबंधन की ओर से सीमांकन करते हुए भूमि अधिग्रहण एवं कार्य प्रगति की विशेषज्ञों के दल ने निरीक्षण कर कार्य  की समीक्षा की। निरीक्षण दल में जर्मनी से आये परामर्श दल सहित राज्य परियोजना स्थानीय परियोजना प्रबन्धन एवं नमामि गंगे परियोजना से जुड़े स्थानीय सामाजिक एवं पर्यावरण विशेषज्ञ  सम्मिलित रहे।इस अवसर पर जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने विशषज्ञों के साथ अपनी राय सम्मिलित करते हुए कहा कि एसटीपी परियोजना के क्रियान्वयन में पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाए।सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में जलोत्सारण के पश्चात जल को सीधे गंगा जी में प्रवाहित न करके उसका वैकल्पिक प्रयोग भवन निर्माण,अग्निशमन, पौध रोपण एवं जैविक खेती के लिए किया जाना उचित रहेगा। जिस पर अपनी सहमति जताते हुए पर्यावरण स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विशेषज्ञ मोहो चतुर्वेदी ने भरोसा दिलाया कि उक्त विषयों का अनुसाशन पूर्वक पालन किया जाएगा।साथ ही परियोजना के क्रियान्वयन से पूर्व सामाजिक हितों को भी ध्यान में रखा जाएगा।इस अवसर पर  अर्धनगरीय सीवरेज योजना के लिए तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग प्रदान कर रहे केएफडब्लू बैंक तकनीकी सत्र विशेषज्ञ राहुल मनकोटिया,नोबेर्ट गेयर,तकनीकी विशेषज्ञ,सुश्री मर्लिन शील्ड,पोर्टफोलियो मैनेजर,मोहो चतुर्वेदी पर्यावरण स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विशेषज्ञ,एसके वर्मा परियोजना अधिकारी अनुरक्षण एवं निर्माण इकाई (गंगा),साथ ही राज्य मिशन फ़ॉर क्लीन गंगा के सामाजिक प्रबन्धन विशेषज्ञ डॉ पूरन चन्द्र जोशी,वित्तीय विशेषज्ञ कमल कुमार पाठक,अधिप्राप्ति विशेषज्ञ संजय सकलानी,जर्मन तकनीकी के परियोजना प्रबन्धन परामर्श केन कोसिबा टीम लीडर,रेजिडेंट इंजीनियर पीके पाधि,पर्यावरण विशेषज्ञ एवं नमामि गंगा क्रियान्वयन समिति के नामित सदस्य डॉ विनोद जुगलान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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