ऋषिकेश में राज्य निर्माण सेनानियों ने शहीदों को किया नमन ISBT परिसर में पहली बैठक से पहले

ऋषिकेश : उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानियों की एक बैठक आईएसबीटी ऋषिकेश में आहूत की गई. बैठक में स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर कई रंगारंग प्रोग्राम किए गए. प्रोग्राम में गढ़वाली मांगल गीत, चोलिया गीत जन गीत एवं स्कूल के बच्चों द्वारा कार्यक्रम किए गए. आपको बता दें, यह पहली बैठक थी, ISBT परिसर में. बडोनी हाल को तोड़ कर नया निर्माण हो रहा है इसलिए ISBT परिसर में राज्य आन्दोलनकारियों (राज्य निर्माण सेनानी) को बैठने के लिए फिलहाल जगह दी गयी है. इसलिए यह पहली बैठक कह सकते हैं नयी जगह पर. 

जानकारी देते हुए राज्य निर्माण सेनानी डीएस गुंसाई ने कहा, निबंध प्रतियोगिता में पूर्व माध्यमिक विद्यालय देहरादून रोड स्कूल के छात्रों ने भाग लिया था. जिसमें तीन छात्राएं फर्स्ट सेकंड थर्ड आई हैं उनको भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर उत्तराखंड के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए संकल्प लिया गया कि राज्य निर्माण सेनानी उत्तराखंड हित में हमेशा कार्य करते रहेंगे. हम कभी भी शहीदों की कुर्बानी को भूल नहीं सकते. जिनकी बदलौत, इस उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुआ. उत्तराखंड राज्य निर्माण में मातृशक्ति छात्र शक्ति युवा वर्ग कर्मचारी वर्ग पत्रकार वकील सभी लोगों के संयुक्त संघर्षों से इस राज्य का निर्माण हुआ है. हम उन्हें शहीदों के बलिदान को बेकार नहीं जाने देंगे. सांस्कृतिक प्रोग्राम में रामेश्वरी चौहान की टीम के द्वारा गढ़वाली गाने एवं गीत गाए गए. सरोजिनी थपलाल के द्वारा स्कूली बच्चों के द्वारा प्रोग्राम कराए गए. बाला दत्त पांडे ने जान गीत गाकर राज्य के उन बलिदानियों के संघर्ष की याद ताजा कर दी. बैठक में मुख्य रूप से डी एस गुसाईं गंभीर सिंह मेवाड़ बलवीर सिंह नेगी संजय शास्त्री चंदन सिंह पवार इरुक्कम पोखरियाल बृजेश डोभाल उमेश कंडवाल गुलाब सिंह बाला दत्त पांडे राजेंद्र कोठारी हरि सिंह नेगी प्रेम सिंह रावत सत्य प्रकाश ज़ख्मोला प्यारेलाल जुगलान राकेश मियां मायाराम उनियाल मदन शर्मा हंसराज मंडोली श्रीमती सरोजिनी उषा रावत शीला ध्यान कुसुम लता शर्मा प्रेम नेगी रामेश्वरी चौहान विमला रावत सुशीला पोखरियाल सुशील राणा कमला रौतेला कमला पोखरियाल रामेश्वरी रावत राकेश सेमल शकुंतला देवी जयंती नेगी चैता कंडवाल राजेश्वरी कंडवाल सहित सैकड़ो लोग मौजूद थे. बैठक के अध्यक्षता बलवीर सिंह नेगी तथा संचालन डी एस गुसाईं ने किया.



