मुनि की रेती : गंगा वाटिका में लगा हुआ लोकार्पण का शिलापट हुआ गायब, सभासद ब्रजेश गिरी ने उठाये सवाल दी चेतावनी  

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  • मंत्री के हाथों हुआ  लोकार्पण वाला   शिलापट गायब हो गया दो दिन पहले …किसने किया …किसी को नहीं पता, सब खामोश !
  • वार्ड संख्या चार के सभासद ब्रजेश गिरी ने उठाये सवाल, बोले  हमें कौन बताएगा किसने ऐसा किया ? जो किया जिसने भी किया गलत है :ब्रजेश गिरी 
  • आम जन से जुड़ा है, मामला, उचित जवाब नहीं मिला तो विरोध होगा, कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़ी तो करेंगे :ब्रजेश गिरी 
मुनि की रेती :  मामला  शीशम  झाड़ी का है…वार्ड संख्या 4  का…इसके सभासद हैं वृजेश गिरी. यहाँ पर गंगा वाटिका पार्क का निर्माण हुआ था. नरेन्द्रनगर से  स्थानीय विधायक और वन  मंत्री सुबोध उनियाल  के द्वारा कुछ समय पहले  लोकार्पण  किया  गया था. गिरी के मुताबिक़,  वह लोकार्पण वाला  पत्थर/शिलापट दो दिन पहले  हटा दिया गया है. किसने हटाया किसी को पता नहीं है. न नगर पालिका चेयरमैन को न अधिशाषी अधिकारी मुनि की रेती नगर पालिका.   गिरी का कहना है,  कहां गया शिलापट ? शीशम झाड़ी की जनता का यह  सवाल है.  जो भी जिम्मेदार अधिकारी हैं  जवाब दें, गिरी के अनुसार  आस्था पथ मुनि की रेती वार्ड नंबर 4, संभावित  है इस पार्क को हटाने की तैयारी चल रही है. जनता इसका विरोध करेगी. क्योंकि शीशम झाड़ी में एक ही जगह है. जहां बच्चों बुजुर्गों के लिए बैठने खेलने का स्थान बन सकता है. गिरी के मुताबिक, EO से पूछने पर जवाब मिला कि मैं सभासद के सवालों के जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हूं..चेयरमैन का कहना है मुझसे पूछकर नहीं हटाया. मुझे इसकी जानकारी नहीं है. अब जवाब कौन दे ?  सभासद ब्रजेश गिरी के अनुसार,  नमामि गंगे के तहत पार्क सौन्दर्यकरण के तहत पैसा आया था और उसी  अनुसार यह पार्क बना था. कुल  84.54  लाख की लगत से.  चुनाव से पहले नवम्बर में लोकार्पण हुआ था. लेकिन आज से दो दिन पहले शिलापट / पत्थर को हटा दिया गया. मैं नगर पालिका गया  अध्यक्ष जी को पता नहीं है. EO कर रही हैं मैं सभासद के सवालों के जवाब देने को बाध्य नहीं हूँ.  अब गिरी का कहना है,  कौन बताएगा  ?  उन्हूने कहा जनता का कहना है और उन्हूने भी   आशंका जताई पार्क को खुर्द बुर्द करने की यह साजिश हो सकती है. इस तरह से पत्थर/शिलापट  हटाना कहीं न कहीं गलत तो है ही. आप बिन पूछे, बिना सूचना दिए कोई भी नहीं हटा सकता है. अगर किसी ने शरारतपूर्ण यह  काम किया  है तो FIR दर्ज हो, जांच हो. जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उनके   खिलाफ करवाई हो और नगर पालिका प्रशासन मामले में एक्शन ले. उन्हूने कहा, अब हम सवाल  पूछ रहे हैं तो जवाब इस तरह का मिल रहा है. अब  अगर हमें उचित जवाब नहीं मिला तो हम कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ  विरोध प्रदर्शन भी करने से पीछे नहीं हटेंगे. इस मामले में दोनों ही जिम्मेदार लोगों से पक्ष जानने को लेकर  संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो सका. 

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