मध्य प्रदेश : द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 वर्ष की आयु में निधन
नरसिंहपुर/भोपाल : शारदा पीठ और द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है।उन्होंने अंतिम सांस मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में ली।
द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आश्रम में दोपहर 3:00 बजे के करीब उन्होंने अंतिम सांस ली। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपना जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया था। उनका जन्म 2 सितंबर 1924 में हुआ था और वह द्वारका और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य थे।
उन्होंने देश की आजादी के लिए भी लड़ाई लड़ी। शंकराचार्य स्वरूपानंद ने अंग्रेजों का भी सामना किया था।उनका बचपन का नाम पौथीराम था। उन्होंने काशी में करपात्री महाराज से धर्म की शिक्षा ली थी। उन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा था। साल 1989 में उन्हें शंकराचार्य की उपाधि मिली थी। वर्तमान में काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर सरकार पर भी सवाल खड़े कर दिए थे।उन्होंने कहा था कि भगवा पहन लेने से कोई सनातनी नहीं बनता। उन्होंने कहा था कि जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में कोई भी ऐसा शख्स नहीं है जो की प्राण प्रतिष्ठा कर सके। उन्होंने धन को लेकर भी ट्रस्ट पर सवाल खड़े किए थे। इसके अलावा साईं बाबा के मामले पर भी उन्होंने कई बार सवाल खड़े किए थे। देश विदेश के संतो राजनेताओं मंत्रियों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है।