सहारनपुर :शमशान घाट जाने का रास्ता न होने से ग्रामीण परेशान, महिला की मौत के बाद प्रदर्शन करते हुए अंतिम संस्कार न करने की दी चेतावनी
बेहट/सहारनपुर : मिर्जापुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद शमशान का रास्ता न होने का मामला उस समय गरमा गया जब ग्रामीणों ने घोषणा कर दी कि शमशान का रास्ता नहीं तो अन्तिम संस्कार भी नहीं। ग्रामीणों की चेतावनी के बाद मिर्जापुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची।
आपको बता दें कि पूरा मामला मिर्जापुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम डूडूमाजरा का हैं। जहां पर शुक्रवार को बारू सिंह की पत्नी शीला देवी का स्वर्गवास हो गया। जिसके चलते ग्रामीणों ने शमशान के रास्ते की मांग को लेकर प्रदर्शन किया ओर ग्रामीणों ने कहा कि शमशान तक जाने के रास्ता नहीं हैं जिसके चलते उन्हें दाह संस्कार करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो तब तक मृतक महिला का अन्तिम संस्कार नहीं करेंगे। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम ढ़ाबा के एक व्यक्ति द्वारा शमशान की भूमि से अवैध खनन किया गया है जिस कारण शमशान का रास्ता बंद हो गया हैं। ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन किये जाने कि सूचना मिलते ही मिर्जापुर पुलिस मौके पर पहुंची ओर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परन्तु ग्रामीणों के नहीं मानने पर उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया जिस पर तहसीलदार प्रकाश सिंह एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी मनीष चंद्र मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया परंतु समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण शमशान का रास्ता मिलने से पहले मानने को तैयार नहीं थे।
खबर लिखे जाने तक इस संबंध में तहसीलदार प्रकाश सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाएगा। अवसर पर मुख्य रूप से प्रदीप प्रधान, महिपाल सिंह, ज्ञान सिंह, रामनिवास, बलबीर सिंह, तिलक राम, महेन्द्र सिंह, फूल सिंह, शेर सिंह, बबली, अजेश, भगवत सिंह आदि मौजूद रहे।