वीर बाल दिवस पर विद्या मंदिर [SVM] में खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को किया स्मरण
- सवा लाख से एक लड़ाऊं” को चरिरतार्थ करने वाले ऐसे महान व्यक्तित्व, गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादो को नमन
- वीर बाल दिवस पर विद्या मंदिर में खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को किया स्मरण
ऋषिकेश : आवास विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज में वीर बाल दिवस पर साहिबजादों बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह की शहादत को सम्मान देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्रिंसिपल उमाकांत पंत ने बताया कि वीर बाल दिवस पर खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है. अंतिम सिख गुरु गोबिंद सिंह के छोटे बच्चों ने अपने आस्था की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे. यह उनकी कहानियों को याद करने का भी दिन और यह जानने का भी दिन है कि कैसे उनकी निर्मम हत्या की गई- खासकर जोरावर और फतेह सिंह की. सरसा नदी के तट पर एक लड़ाई के दौरान दोनों साहिबजादे को मुगल सेना ने बंदी बना लिया था. इस्लाम धर्म कबूल नहीं करने पर उन्हें क्रमशः 8 और 5 साल की उम्र में कथित तौर पर जिंदा दफन कर दिया गया था ।इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ छात्र छात्राओं को वीर बाल दिवस की प्रेरणा स्वरूप सूक्ष्म वीडियो भी दिखाई गई।इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य नागेन्द्र पोखरियाल,एन. एस. एस कार्यक्रम अधिकारी रामगोपाल रतूड़ी,मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना, लक्ष्मी चौहान,विनय सेमवाल आदि मौजूद रहे।