चौमास में गरम हुई ऋषिकेश की सियासत, दो जनप्रतिनिधि भिड़े बीच सड़क पर, पूर्व राज्य मंत्री की पोस्ट भी चर्चा में
घटना के बाद पूर्व राज्य मंत्री भगत राम कोठारी ने भी पिछले पन्नों को सामने रख कर पोस्ट को चर्चा में ला दिया है

- भिड़ने वाले दोनों नेता मेयर चुनाव में भाजपा और कांग्रेस प्रतिनिधि के तौर पर आमने सामने भिड चुके हैं, काग्रेस नेता दीपक जाटव ने मेयर का चुनाव लड़ा था, मेयर शम्भू पासवान ने भाजपा से
- बुलानी पड़ी पुलिस, लगे विरोध में नारे, हुआ जमकर हंगामा…ऋषिकेश की सियासत में आया उबाल
- पूर्व राज्य मंत्री भगत राम कोठारी ने भी पोस्ट कर उठा डाले कई सवाल, संकेत में बता डाला आका कौन किसका है अब ?

पूर्व राज्य मंत्री भगत राम कोठारी का पोस्ट —
लगभग 27 – 28 वर्षो से शंभू को अपने छोटे भाई की तरह प्यार दिया उसके द्वारा होने वाले छोटे से आयोजन को (श्री विश्वकर्मा भगवान पूजा) को शिखर तक पहुंचाने का कार्य किया,जिसमे कि मुख्यमंत्री तक सम्मिलित हुए।।उसके मामलों में जब भी कोई दिक्कत आती वह रोता हुआ मेरे पास आया करता था,उसमे सभी तरह के लोग जोकि उसको दबाने,डराने,धमकाने व गाली गलौज दिया करते थे उन सब लोगों से उसके लिए माफी मंगवाना,उसके पैसा दिलवाना,जितने भी उसके मामले थे उन सभी मामलों को सुलझाना और यहां तक कि राजनीति क्षेत्र में उसको मजबूत बनाने तक का कार्य मेरे द्वारा किया गया जो कि जग जाहिर है परंतु पिछले कुछ वर्षों से उक्त व्यक्ति के द्वारा अपने आका बदल दिए गए व उसकी सोच के अनुसार वो आका इतने बड़े साबित हुए,जिस से कि उसको हमारे आशीर्वाद की जरूरत नही रह गई,मैंने अपने जीवन में कभी किसी से कुछ नहीं चाहा परंतु दर्द होता कि इंसान इतनी जल्दी कैसे इतना गिर सकता है मेरे द्वारा उसकी आर्थिक मदद भी की गई जिसका परिणाम शून्य रहा,आज इस मौके पर इसलिए इतना सब कहना पड़ रहा है कि मेरा आशीर्वाद यदि उसके साथ होता तो उसके साथ ऐसी घटना कभी भी घटित नही होती व उसकी कार्यशैली भी हर क्षेत्र मे उसको सफलता की और ले जाती ,परंतु उक्त व्यक्ति के द्वारा जिस बड़े नाम के व्यक्ति के पैरो मैं बैठ जाना उसने उचित समझा,उसके लिए इस से ज्यादा सशक्त मेरा आशीर्वाद रहता।।
भगत राम कोठारी
वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी