ऋषिकेश : लोकतंत्र का पर्व शुरू हो चुका है…चुनाव लोकतंत्र की आत्मा है. क्योँकि लोगों को अपने मन का मत देने की आजादी देता है. उसी पर्व और आत्मा को केंद्र में रख कर इस बार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने इस बार युवा और तेज तर्रार जयेन्द्र रमोला को टिकट दिया है ऋषिकेश विधानसभा सीट से. सोमवार को देर शाम काफी जद्दोजहद के बाद दूसरी लिस्ट जारी हुई उत्तराखंड कांग्रेस की. जिसमें 11 नाम आये सामने जिसमें हरीश रावत रामनगर से चुनाव लड़ेंगे. सूर्यकांत धस्माना देहरादून में कैंट से चुनाव लड़ेंगे कांग्रेस के टिकट पर और ऋषिकेश से जयेन्द्र रमोला का नाम आया सामने. “चुनाव में मसला हार और जीत का नहीं बल्कि चुनाव में खड़ा होना होता है।”
जयेन्द्र रमोला ऋषिकेश के रहने वाले हैं और जुझारू नेता के तौर पर जाने जाते हैं. कोरोना के दौर से उनका एक अलग रूप सामने आया. रमोला ही एक नेता थे यहाँ पर पार्टी की तरफ से जो कोरोना में लोगों के बीच में थे, खुलकर लोगों की मदद और सहयोग कर रहे थे. जैसे-तैसे मदद लोगों को पहुंचा रहे थे. जब कर्फ्यू जैसे हालात थे लोग अपनी जान गँवा रहे थे कोरोना जैसे बिमारी से, ऐसे में रमोला लोगों के बीच जरूरतमंदों तक पहुँच रहे थे. दूसरा जब भी लोगों ने बुलाया वे पहुँचते थे लोगों के बीच. जनप्रतिनिधि वही होता है जो जनता की बात सुने और उस पर कोशिश करे काम करने की. काम हो न हो अलग बात है. कोशिश मांगती है जरुरत….उसके बाद रमोला की कुछ खास बातें सामने आयी. वे थे उनके आईडिया. वे शिक्षकों से मिले उनसे सुझाव लिए, डॉक्टर्स से मिले उनसे सुझाव लिए, ब्यापारियों से मिले उनसे सुझाव लिए….ऐसे लोगों से मिले जो गैर राजनीतिक लोग थे. लेकिन समाज में प्रभाव रखते हैं. सबने उनके इस आईडिया की तारीफ की. आखिर कोई जनप्रतिनिधि है जो उनसे सुझाव ले रहा है उनके साथ बैठ रहा है. युवाओं से मिले घरों में, उनके सुझाव लिए योजना बनायी. बूथ को मजबूत करने के लिए लिस्ट तैयार की, युवाओं को जिम्मेदारी दी. दिन रात काम किया तब शीर्ष नेतृत्व को भी मेहनत दिखी. वर्तमान में वे पैदल घर घर जनसम्पर्क करने पर लगे होते थे ठण्ड में ग्रामीण क्षेत्र में.लोगों की समस्याओं को सामने रखते थे. वहीं जयेन्द्र को युवा कैम्प की नजदीकी काम आयी। प्रदेश प्रभारी सफल रहे टिकट दिलाने में।युवा कोटा भी भर गया।ऋषिकेश का टिकट उसी का प्रतिफल है।
वीडियो में देखिये जयेन्द्र के समर्थक खुशी मनाते हुए ऋषिकेश में-
इसलिए कहते हैं मेहनत करो तो सफलता जरूर मिलती है.राजनीती में आपको आम जन के बीच रहना पड़ता है. तभी आप राजनीती में अपने आप को बचा पाएंगे नहीं तो जनता की मेमोरी ज्यादा लम्बी नहीं होती है. जनता भूलने में वक्त जाया नहीं करती. क्योँकि, लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरी होती है.
इसलिए कहते हैं… मेरी मंजिल मेरा हौंसला देख कर, डर मुझे भी लगा फासला देख कर, पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर, खुद ब खुद मेरे नजदीक आती गई, मेरी मंजिल….मेरा हौंसला देख कर…
जयेन्द्र रमोला पढ़े लिखे हैं. पोस्ट ग्रेजुएट (MA) हिस्ट्री से हैं, डिप्लोमा मास कम्युनिकेशन में किया हुआ है. साथ ही डिप्लोमा नेचरोपैथिक और योगिक साइंस में किया हुआ है.
जयेन्द्र रमोला के राजनीतिक कैरियर पर एक नजर-
वर्तमान में वे सदस्य AICC (आल इंडिया कांग्रेस कमिटी के सदस्य) हैं.
1995 में राजनीतिक कैरियर की शुरुवात की जयेन्द्र रमोला ने छात्र विंग से.
NSUI के कार्यकारी जिला सदस्य के तौर पर ऐक्टिव काम किया 1995 से 2002 के बीच
2001 से 2002 के बीच चुने गए अध्यक्ष छात्र संघ, पीजी कॉलेज, ऋषिकेश के
2006 से 2011 के बीच यूथ कांग्रेस राज्य महासचिव के पद पर रहे.
2008 में चुनाव लड़ा कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नगर पालिका परिषद् चेयरमैन पद के लिए
2011 से 2018 तक LRO-ZRO-PRO के तौर पर काम किया यूथ कांग्रेस चुनाव प्रक्रिया में, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गोवा, हरियाणा और दिल्ली में.
2014 में ARO /LRO के तहत काम किया गुजरात के भावनगर में और फिर असम के गुवाहाटी में, INC प्राइमैरीज इलेक्शन में.
2015 से 2016 के बीच AICC फैसिलिटेटर के तौर पर काम किया 21 विधानसभा सीटों पर उत्तर प्रदेश के तीन जिलों में
2015 से 2017 के बीच संगठनात्मक सदस्य्ता अभियान में भाग लिया. सबसे अधिक 260 सदस्यों की बुक एंट्री करवाई देहरादून जिले से
2017 से 2018 के बीच 10 मई से 5 अगस्त तक रहे जिला अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमिटी के परवादून,देहरादून के
2017 18 के बीच काम किया APRO के तौर पर हरियाणा में AICC संगठनात्मक चुनाव में
2022 में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से अधिकृत प्रत्याशी हैं.
कुल मिलाकर ऋषिकेश का चुनाव इस बार बेइंतहा रोचक होने वाला है. दलों में गुटबाजी नहीं हुई तो चुनाव खिंच सकता है. एक तरफ अनुभव है तो दूसरी तरफ युवा जोश और दूरदर्शिता. मतदाता क्या चुनाव करता है यह 14 फ़रवरी को तय हो जायेगा. 10 मार्च को परिणाम सबके सामने होंगे. बाकी कह सकते हैं इन पंक्तियों में….