युवा संतों में से एक हैं महामंडलेश्वर रविन्द्र दास महाराज
श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर लक्ष्मण झूला के महंत बने अब रविन्द्र दास महाराज
आश्रम के महामंडलेश्हवर हरीचरण दास त्यागी महाराज के साकेत वास होने पर महामंडलेश्वर रविंद्र दास को मंदिर का उत्तराधिकारी बनाया गया है
ऋषिकेश : [मनोज रौतेला] मंगलवार को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर लक्ष्मण झूला में संत जुटे…आयोजन था युवा संतों में से एक महामंडलेश्वर रविंद्र दास की महंताई का. उको ओढाई गयी संतों के दवरा महंताई की चादर. आपको बता दें, महामंडलेश्वर रविंद्र दास को महंताई की चादर नगर पंचायत स्वर्ग आश्रम चौक अंतर्गत श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर लक्ष्मण झूला में ओढाई गयी. इस भव्य कार्यक्रम में संत समाज की ओर से महंताई कार्यक्रम में सहभाग किया गया और युवा संत को आशीर्वाद दिया गया. इस दौरान आश्रमों के संतों को आमंत्रित किया गया था. साथ ही भंडारे का भी आयोजन किया गया. आश्रम के महामंडलेश्हवर हरीचरण दास त्यागी महाराज के साकेत वास होने पर महामंडलेश्वर रविंद्र दास को मंदिर का उत्तराधिकारी बनाया गया है. अब मंदिर की जिम्मेदारी उनके हाथों में होगी. इस दौरान संत समाज की ओर से उन्हें विधि विधान के साथ महंताई की चादर ओढाई गई. लक्ष्मण झूला स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर काफी प्राचीन मंदिर हैं. गंगा किनारे स्थित इस मंदिर देश विदेश से भक्त पहुँचते हैं. श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर लक्ष्मण झूला में 11 मई से १३ मई तक तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हुआ था. सबसे पहले कार्यक्रम में पहले दिन आश्रम परिसर में श्री रामचरितमानस पाठ किया गया. दूसरे दिन पूर्णाहुति और हवन यज्ञ किया हुआ. अंतिम दिन मंगलवार को संत समाज की ओर से महंताई की चादर विधि आयोजित की गई. कार्यक्रम में विभिन्न आश्रमों के संत महंत और महामंडलेश्वर ने प्रतिभाग कर साकेत वासी महंत हरी चरण दास त्यागी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. टीलाद्वारा द्वारा गद्याचार्य मंगलापीठाधीश्वर श्री 1008 माधवाचार्य महाराज की अध्यक्षता में संतों ने महामंडलेश्वर रविंद्र दास को महंताई की चादर ओढाई. इस दौरान संतों ने पुर्ष्प वर्षा कर रविंद्र दास महाराज को आशीर्वाद किया. इस अवसर पर महामंडलेश्वर रविन्द्र दास महाराज ने बताया कि वह अपने गुरु के वचन और कर्तव्यों का अनुसरण कर आश्रम की सेवा करेंगे. इस मौके पर गतगुरु योगानंद देवानंदाचार्य दयाराम दास जी महाराज, महंत रामचरण दास, तुलसी मानस मंदिर ऋषिकेश के महंत रवि प्रप्नान्चार्य महाराज, महामंडलेश्मवर सखी, महंत अवध बिहारी दास, महंत राम लखन दास व् अन्य सैकड़ों संत महात्मा व देश विदेश से आये हुए भक्त मौजूद रहे.