ऋषिकेश : रामायण सनातन धर्म का प्रचार प्रसार देश विदेश में कर रहे योग साधकों का हुआ सम्मान तुलसी मानस मंदिर में
ऋषिकेश : रामायण प्रचार समिति के वार्षि कोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय संत योगी आशुतोष महाराज संस्कार योगशाला के डॉ आचार्य नवीन जोशी तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने योग साधकों को किया सम्मानित. इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय संत योगी आशुतोष महाराज ने कहा कि रामायण ने मनुष्य को बहुत कुछ सीख दी है. रामायण हमें सदमार्ग पर चलना सिखाती है. इस तरह के आयोजन जहां समाज को अपने धर्म और संस्कृति से जोड़ने का काम करते हैं. वहीं युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं.
वही राम कथा के पंचम दिन कथा वाचक आचार्य दीपक बधानी महाराज ने कहा कि रामायण में राम राज्याभिषेक का कथा प्रसंग सुनाया उन्होंने कहा कि भगवान राम ने असत्य पर सत्य की जीत का परचम लहरा कर पूरी सृष्टि को आसुरी शक्तियों से मुक्त कराया. रामायण से हमें जीवन जीने की कला सीखने को मिलती है. इस अवसर पर रामायण प्रचार समिति तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि तुलसी जयंती समारोह के 39 वे वार्षि कोत्सव में उत्तराखंड क्षेत्र की 13 प्रतिभाओं को समिति द्वारा सम्मानित किया गया. जिसमें योग शिक्षा ज्योतिष कर्मकांड एवं सामाजिक क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली प्रतिभाओं के साथ विश्व में भी सनातन धर्म की ध्वजा को निरंतर आगे बढ़ा रहे साधकों को भी समिति द्वारा सम्मानित किया गया.
- सरोज शर्मा संस्कृति शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित
- उषा रिमाल योग अध्यात्म शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित
- राम गोपाल पलिया पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सम्मानित
- अजीत चमोली
- मोहित नौटियाल
- अंशुल पांडे
- वंश भट्ट
- अभिषेक कुनियाल
- मानस डबराल
- शिवम दिक्षित को नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से नशा मुक्ति के लिए जनमानस को जागरूक करना एवं निर्धन विशेष बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के क्षेत्र में सम्मानित किया गया.
- अभियांशु रिमाल
- आचार्य सतीश घड़ियाल
- रामचंद्र को ज्योतिष कर्मकांड, दूर दराज गांव में मेडिकल सुविधा स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना आदि सेवाओं के लिए प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया.
समिति द्वारा सभी प्रतिभाओं को उत्तरीय पुष्प हार पहनाकर उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर आचार्य दीपक बधानी गजेंद्र कंडियाल राजेश कुमार थपलियाल आसाराम व्यास विशाल मणि पैन्यूली गुरु प्रसाद बिजलवान शिव प्रसाद कुकरेती अशोक कुमार अरोड़ा राजीव शर्मा रमाकांत भारद्वाज कैलाश भट्ट आदि लोग उपस्थित थे.