ऋषिकेश : एम्स में आयोजित हुई संस्थान के चतुर्थ ’व्हाइट कोट सेरेमनी’, शपथ के साथ

ऋषिकेश : मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में आयोजित संस्थान के चतुर्थ ’व्हाइट कोट सेरेमनी’ आयोजन के दौरान एमबीबीएस वर्ष 2025 बैच प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने मेडिकल प्राफेशन की शपथ ली। समारोह के मुख्य अतिथि एम्स ऋषिकेश के अध्यक्ष और देश के जाने-माने ऑर्थो सर्जन प्रो. (डाॅ.) राज बहादुर ने कहा कि चिकित्सीय पेशे में एक अच्छा डाॅक्टर बनने के लिए रोगी की समस्या को गंभीरता से सुनने की की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक डाॅक्टर का यह ध्येय होना चाहिए कि वह रोगियों का कष्ट दूर करने में अपने अनुभव का उपयोग करे।
संस्थान के मुख्य ऑडिटोरियम में मंगलवार को साइंटिफिक एग्जिबिशन के साथ आयोजित व्हाइटकोट समारोह का आगाज हुआ। एमबीबीएस 2025 बैच के प्रथम वर्ष के स्टूडेन्टों के लिए आयोजित इस समारोह के दौरान मेडिकल के छात्र-छात्राओं को व्हाइटकोट पहनाकर चिकित्सकीय क्षेत्र में शामिल किया गया। इस अवसर पर व्हाइटकोट सेरेमनी के मुख्य अतिथि एम्स ऋषिकेश के प्रेजिडेन्ट्स प्रो. राजबहादुर ने मेडिकल के छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन कर उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा भाव से संकल्पित होने के लिए प्रेरित कया। उन्होंने कहा कि अगले साढ़े चार साल तक चिकित्सीय शिक्षा ग्रहण करने के बाद इस अनुभव को सेवाभाव के साथ रोगियों की सेवा में लगाया जाना जरूरी है। अनुभव की यह शक्ति देश की उन्नति में सार्थक होगी। प्रो. राजबहादुर ने कहा कि एक कुशल व निपुण डाॅक्टर में रोगी की समस्या को ढंग से सुनने और समझने की आदत होनी चाहिए और कहा कि प्रत्येक डाॅक्टर के मन में यह कामना होनी चाहिए कि वह रोगी व्यक्ति का कष्ट हरने में अपनी शक्ति और अनुभव का उपयोग करे।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने एमबीबीएस बैच 2025 के नए सत्र के छात्र-छात्राओं को बधाई दी और कहा कि देश-दुनिया के लिए चिकित्सा, अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करते रहना ही व्हाइटकोट की पहचान है। संस्थान की प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि विश्व को रोग रहित बनाना एम्स ऋषिकेश का उद्देश्य है और हम अनुसंधान कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इस दिशा में तेजी से काम रहे हैं।
संस्थान की डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने नए सत्र पर बधाई दी और उम्मीद जतायी कि सभी छात्र डाॅक्टर बनकर भविष्य में सेवाभाव से देश की उन्नति के लिए काम करेंगे। समारोह को पीजीआईएमआर चण्डीगढ़ के पूर्व निदेशक प्रो. योगेश चावला, सिंगापुर जनरल हाॅस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट प्रोफे. प्रेमा राज जेयाज और सेन्टर फाॅर लीवर एण्ड बिलएरी साईंस, मैक्स सुपरस्पेशिलिटी हाॅस्पिटल साकेत’ के चेयरमैन प्रो. सुभाष गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग की डाॅ. वंदना धींगरा के संचालन में आयोजित समारोह में चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, डीन रिसर्च प्रो. शैलन्द्र हाण्डू, डीन एग्जामिनेशन प्रो. प्रशांत पाटिल, प्रो. प्रतिमा गुप्ता, प्रो. सौरभ वार्ष्णेय, प्रो. संजीव कुमार मित्तल, प्रो. लतिका मोहन सहित विभिन्न विभागों के एचओडी, फेकल्टी सदस्य, प्रशासनिक अधिकारीगण, स्टाफ और मेडिकल के स्टूडेन्ट्स मौजूद रहे।
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प्रो. समीरन नंदी ओरेशन-
ऋषिकेश। मेडिकल के नवोदित छात्र-छात्राओं के ज्ञान वर्धन और मार्गदर्शन के लिए इस मौके पर पहला प्रो. समीरन नंदी ओरेशन भी आयोजित किया गया। संस्थान द्वारा इसे नयी पीढ़ियों हेतु डॉ. नंदी की विरासत से प्रेरित करने के लिए शुरू किया गया है। उल्लेखनीय है कि डाॅ. समीरन नंदी भारतीय गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन, चिकित्सा शिक्षाविद और लेखक हैं तथा एम्स ऋषिकेश के अध्यक्ष रह चुके हैं। इंस्टीट्यूट के जाने-माने लोगों द्वारा इंट्रोड्यूस किए गए इस ओरेशन में मेडिसिन, एकेडेमिया और पॉलिसी में प्रो. नंदी के शानदार करियर को याद किया गया। ’भारत में 5 हजार ट्रांसप्लांट के जरिए मेरी यात्रा’ शीर्षक से प्रस्तुत किया गया यह ओरेशन, ’सेन्टर फाॅर लीवर एण्ड बिलएरी साईंस, मैक्स सुपरस्पेशिलिटी हाॅस्पिटल साकेत’ के चेयरमैन प्रो. सुभाष गुप्ता द्वारा दिया गया।
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न्यूज लेटर और केलेंडर हुआ रिलीज-
ऋषिकेश। समारोह के दौरान स्टूडेंट अल्मनैक और क्लाइमेट न्यूज लेटर और जर्नल ऑफ मेडिकल एजुकेशन- ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (जेएमई-बीएमजे) कैलेंडर भी रिलीज किया गया। न्यूज लेटर में कैंपस लाइफ की वाइब्रेंट स्पिरिट, एकेडमिक अचीवमेंट्स और इंस्टीट्यूट के सस्टेनेबिलिटी पर विभिन्न उल्लेखनीय कार्यों और गतिविधियों को दर्शाया गया है।



