ऋषिकेश : गंगा किनारे के शहर में पानी-पानी..? ISBT परिसर में जल संस्थान की टंकियां सूखी, पानी को तरसे यात्री

ख़बर शेयर करें -
गन्दगी का अम्बार

ऋषिकेश : तीर्थनगरी ऋषिकेश का ISBT जहाँ पर दुनिया भर से लोग आते हैं. पर्यटक हो या श्रद्धालु या स्थानीय. बुधवार के दिन बस अड्डे पर बनी जल संस्थान की टंकियों में पानी नहीं था.पर्यटक सीजन आ चुका है और यात्री अब बढ़ने लगा है. ऐसे में टंकी नंबर 5 में सबसे ज्यादा परेशान दिखे यात्री. यात्री परिसर में बनी टंकियों पर पानी पीने के लिए आते लेकिन टोंटी खोली तो कुछ नहीं. ऐसे में यात्री मजबूरन बोतल का पानी दुकानों से लेने पर मजबूर दिखे. दिल्ली से आयी निष्ठा ने बताया मैं पानी लेने गयी थी और हाथ साफ करने भी थे मुझे पानी की टैंकी पर गयी तो देखा पानी ही नहीं है. जबकि यह गंगा नदी के किनारे वाला शहर है. ऐसे में सम्बंधित विभाग को ध्यान में रखना चाहिए. आपूर्ति क्योँ नहीं की गयी ? सीमेंट की जो नीले रंग की टंकियां बनी हैं वे बिन पानी की थी. पानी की टंकियों की आस पास गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है. ऐसे में पानी पीने वाले को बिमारी का भी ख़तरा बना रहता है. कूड़ा और गन्दगी वहां पर खुले आम दिखाई दे रही है. वहीँ बस का स्टाफ अधिकतर इन्ही टैंकियों से पानी पीते है. लेकिन वे भी आज परेशान दिखे. दो फ्रिज रखे हुए थे लेकिन उनमें हर यात्री नहीं पी रहा था वे भी परिसर के दूसरे कोने में लगे हुए हैं. आम आदमी पार्टी नेता डॉक्टर राजे सिंह नेगी खुद ISBT परिसर में पहुंचे थे आज, उन्होंने मांग की पानी की आपूर्ति जल्द से जल्द होनी चाहिए. इससे शहर के बारे में सन्देश गलत जायेगा, क्योँकि यहाँ विश्व के हर कोने से लोग आते हैं. इस तरह से ISBT में पानी की आपूर्ति नहीं होना ठीक नहीं है. अब गर्मी भी आ रही है. ऐसे में यात्री आते हैं और पानी मूल जरुरत है हमारी. ऐस में विभाग को तुरंत पानी की आपूर्ति करनी चाहिए. कण्ट्रोल रूम का नंबर पर संपर्क करने पर आ रहा है ब्यस्त है…ब्यस्त है.

Related Articles

हिन्दी English