ऋषिकेश : जँगली हाथियों की आमद से ग्रामीण एवं किसान चिन्ता में…एक दंत गजराज खदरी की सड़कों पर टहलते दिखाई दिया, कौन सुने परेशानी ?
ऋषिकेश : श्यामपुर न्याय पँचायत अंतर्गत आस पास के गाँवों में जँगली हाथियों की आमद से ग्रामीण एवं किसान चिन्ता में हैं।इधर धान की बुआई का जैसे जैसे समय निकट आरहा है वैसे ही वन्यजीवों की आमद से किसानों की चिन्ता बढ़ रही है।
मंगलवार की सुबह लगभग पाँच बजे एक दंत गजराज खदरी की सड़कों पर टहलते दिखाई दिया।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख विनोद जुगलान ने बताया कि राजा जी नेशनल पार्क सहित आसपास के वनों में मानवीय हस्तक्षेप अधिक होने के कारण वन्यजीव आबादी की ओर बढ़ रहे हैं।सड़कों के किनारे लगे कचरे के ढेर में सामूहिक भोज एवं आयोजनों के बचे भोजन को लोग प्लास्टिक पॉलीथिन में बाँधकर जहाँ तहाँफेंक देते हैं।जिसे वन्यजीव खा रहे हैं।परिणामस्वरूप स्वरूप यह पेट मे जाकर घुलती नहीं है और इसका असर उनके जीवन पर पड़ रहा है। भोजन की तलाश में वन्यजीव आबादी की ओर बढ़ने लगे हैं।इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है कि जँगली हाथी द्वारा किये गये मल त्याग में बडी मात्रा में पॉलीथिन निकल रही है।उन्होंने ग्रामीणों से आयोजनों के बचे हुये भोजन को गड्ढों में दफनाने और सड़कों के किनारे ईधर उधर कूड़ा करकट नहीं फेंकने का आग्रह किया।जुगलान ने कहा कि सड़कों पर शादी पार्टियों में बचे भोज के अपशिष्ट पदार्थों को फेंकने से न केवल गन्दगी बढ़ रही है बल्कि निराश्रित पशुओं सहित वन्यजीवों की सेहत भी बिगड़ जाती है।हमें प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण में मिलजुलकर सहयोग करना चाहिए।