ऋषिकेश : रक्षाबंधन के त्यौहार पर परिवार से बिछुड़ी दो साल की बच्ची, त्रिवेणी घाट चौकी पुलिस ने ऐसे मिलवाया
ऋषिकेश : बुधवार को त्रिवेणी घाट पर एक अजीब घटना हुई. शाम 8:00 बजे एक छोटी बच्ची जिसकी उम्र लगभग 2 साल है. अकेली रोते हुए घाट रोड की तरफ जा रही थी, त्रिवेणी घाट पुलिस की नजर बच्ची पर पड़ी तो बच्ची का नाम पता पूछा तो वह कुछ नहीं बता पाई. जिसे बाद में पुलिस द्वारा को चौकी लाया गया जिसकी जानकारी अनाउंस कर की गई.
त्रिवेणी घाट पर फूल लगाने वालों से बच्ची के बारे में फ़ोटो व हुलिया दिखाकर पूछा गया तो कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई तब घाट पर फूल बेचने वाले मायाकुंड निवासियों को साथ लेकर मायाकुंड झुग्गी बस्ती में पता किया गया तो दो महिलाएं रोती हुई आती हुई दिखाई दी. जिन्हें कारण पूछ कर पता चला कि इनकी वह किसी बच्चे को ढूंढ रहे हैं.
बच्ची का हुलिया उम्र के बारे में जाना पूछा गया तो वह फोटो दिखाई दी तो उन्होंने पहचान कर ली। महिलाओं को चौकी लाया गया। पूछने पर जैकल देवी द्वारा बताया गया कि “मैं मायाकुंड बंगाली बस्ती में रहती हूं, मेरी लड़की जिसकी ससुराल राजस्थान है. अपने बच्चों सहित रक्षाबंधन के लिए मेरे घर आई हुई है. मैंने अपनी लड़की व अपनी नातिन को साथ लेकर बाजार में खरीदारी करने ले गयी थी तो बच्ची अत्यधिक भीड़ होने के कारण बिछड़ गई. तो हमने सोचा कि शायद बच्ची मायाकुंड चली गई हो तो हम वहां ढूंढ रहे थे व चौकी की तरफ ही आ रहे थे, इतने में हमें आप (पुलिस कर्मी) मिल गए।
चौकी लाकर उक्त बच्ची को उनकी मम्मी माला देवी पत्नी बलदेव निवासी राजस्थान व नानी जैकलदेवी के सुपुर्द गया बच्ची को पाकर परिजनों की आंखों में आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे. उत्तराखंड पुलिस विशेषकर पुलिस चौकी त्रिवेणी घाट का हृदय की गहराइयों से धन्यवाद किया गया।