ऋषिकेश: उपचार मुफ्त लेकिन क्वॉलिटी उम्दा…इस हॉस्पिटल की खूबी देखिये, 1100 से अधिक महिलाओं का उपचार जिसमें 69 गर्भवती महिलाएं भी, माहौल हॉस्पिटल में घर जैसा
4 जून (रविवार) को निशुल्क कैंप लगेगा नरेंद्र नगर में हॉस्पिटल की तरफ से

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) रायवाला गाँव में ऐसा हॉस्पिटल है जो मानव सेवा के लिए बना है…ममत्व के लिए बना है…यानी माँ और शिशु के लिए समर्पित है. लाखों हॉस्पिटल होंगे लेकिन इस तरह सेवा और समर्पण भाव का हॉस्पिटल उत्तराखंड में होना राज्य के लिए खुशनसीबी है. हॉस्पिटल का नाम है श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल. जहाँ कैश काउंटर है ही नहीं है. यानी एक रूपया नहीं लिया जाता मुफ्त उपचार.
रायवाला में सॉन्ग नदी, सुसवा और गंगा नदी के किनारे स्थित हॉस्पिटल बेहद शांत और पर्यावरण की दृष्टि से साफ़ और स्वच्छ लोकेशन में स्थित है. एक तरफ सेना का कैंप है तो दूसरी तरफ नदियों का तट और शिवालिक की मनोरम पहाड़ियां.श्री सत्य साईं शिक्षा एवं स्वास्थ्य ट्रस्ट के संस्थापक सी श्रीनिवास के दूरदर्शी सोच व कल्पना को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल का शुभारंभ रायवाला में 10 नवंबर 2022 को उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) द्वारा किया गया था. शुभारंभ की तिथि से आज तक 1100 से अधिक महिला मरीजों का उपचार किया जा चुका है. ऐसा हॉस्पिटल भी यह पहला है जो अपना रिकॉर्ड आमजन के सामने रख रहा है. शनिवार को प्रेस वार्ता में हॉस्पिटल प्रबंधन की तरफ से प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में हॉस्पिटल के बारे में जानकारी दी गयी और भावी योजनाएं क्या होंगी उन पर भी एक नजर डाली गयी. श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायवाला की हेड ऑफ़ द डिपार्टमेंट डॉक्टर प्रणति दास और हॉस्पिटल के प्रबंधक उषा रतूड़ी ने जानकारी देते हुए बताया, हॉस्पिटल में दिनांक 2 जून 2023 तक 69 गर्भवती महिलाओं का सफल एवं सुरक्षित प्रसव कराया गया है. फ्री ऑफ़ कॉस्ट. कोई पैसा नहीं लिया गया. जिसमें 48 ऑपेशन (सीजियेरियन) हुए हैं. डॉक्टर दास ने जानकारी दते हुए बताया, हमारे यहां मरीज सरकारी हॉस्पिटल से रेफर होकर आते हैं. जिनकी अवस्था गंभीर व जटिल होती है. उनका हमारे हॉस्पिटल में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं उनकी टीम द्वारा मरीजों का सफल उपचार किया जाता है. अस्पताल का मुख्य उद्देश्य सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों एवं गरीब तबके के लोगों तक महिला एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा पहुंचाना है. इसी के मद्देनजर चार जून को नरेंद्र नगर में एक निशुल्क कैंप आयोजित हो रहा है.
आपको बता दें, यह अस्पताल उत्तराखंड में ऋषिकेश क्षेत्र का पहला निशुल्क अस्पताल है. हैरानी की बात है जिसमें कैश काउंटर नहीं है. यह मातृ एवं शिशु की सेवा में समर्पित अस्पताल है. वर्तमान में यहां अस्पताल में 12 बेड हैं. निकट भविष्य में इस को बढ़ाकर 50 बेड करने की योजना है. प्रबंधक उषा रतूड़ी ने जानकारी देते हुए बताया जल ही उम्मीद है सरकार की तरफ 50 बेड की अनुमति मिल जायेगी. उसके बाद हम और बृहद स्तर पर उपचार कर पाएंगे लोगों का. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित हो चुकी है.इससे भी जल्द शुरू किया जा रहा है.NICU वार्ड पहले से चल रहा है. जहाँ वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा का उपचार किया जा रहा है. हॉस्पिटल में अनुभवी डॉक्टर्स द्वारा कंसल्टेशन और उपचार किया जाता है. पत्रकारों को जानकारी देते हुए डॉक्टर दास ने बताया जल्द ही देहरादून और पौड़ी में भी एक हॉस्पिटल शुरू कर सकते हैं. ट्रस्ट की तरफ से प्रयास किये जा रहे हैं. इससे दूर दराज पहाड़ों में महिलाओं को उपचार मिल सकेगा. आशा जो सरकार द्वारा नियुक्त हैं उनके द्वारा यहाँ मरीज लाये जाते हैं क्योँकि वे गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों के संपर्क में सीधे रहती हैं. लेकिन काफी लोगों को खास तौर पर गरीब तबके जो जानकारी नहीं होने की वजह से वे निजी हॉस्पिटल के चक्कर में फंस जाते हैं ऐसे में आर्थिक तौर पर उन पर काफी दवाब रहता है. गरीब ब्यक्ति कहाँ से लाएगा इतना पैसा? गरीब ब्यक्ति पर विशेष फोकस रहता है हमारा,क्योँकि वह कहाँ से लाएगा पैसा ? हम तो एक रूपया भी नहीं लेते हैं.

प्रेस वार्ता के दौरान
बच्चों के दिल की बिमारी में हॉसिपटल उपचार करता है-
छोटे बच्चों को दिल की बिमारी होने पर नजदीक हमारा हरियाणा के फरीदाबाद में पलवल में हॉस्पिटल है. हम वहां से भी मदद लेते हैं जिसका उद्घाटन 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.
श्री सत्य साई स्वास्थ्य और शिक्षा ट्रस्ट के बारे में-
मई 1970 में स्थापित, श्री सत्य साई स्वास्थ्य और शिक्षा ट्रस्ट, आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 12 ए के तहत एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है। स्थापना के बाद से, इसने देश भर में राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हेल्थकेयर संस्थानों की स्थापना और संचालन किया है, जो पूरी तरह से मुफ्त प्रदान करते हैं। जाति, धर्म, राष्ट्रीयता या वित्तीय स्थिति के बावजूद सभी के लिए मुफ्त सेवा देता है.ट्रस्ट ने ग्रामीण कर्नाटक में व्हाइटफ़ील्ड में श्री सत्य साईं जनरल अस्पताल के साथ अपनी सेवाएं शुरू कीं, बीस लाख से अधिक बाहरी रोगियों की सेवा की, हज़ार से अधिक गाँवों से सभी सामान्य विशिष्टताओं में बीस हज़ार से अधिक सर्जरी की।
हमारे संस्थापक-
श्रद्धेय श्री सत्य साईं बाबा, हमारे संस्थापक अध्यक्ष, ने दुनिया भर में लाखों लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए अथक प्रयास किया। “सभी से प्रेम करो, सभी की सेवा करो” उनके जीवन का संदेश था, और अब हमारा एकमात्र लक्ष्य और मार्गदर्शक है।उनकी संस्थाएं और लाखों लोगों को बुनियादी पेयजल के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का काम, बिल्कुल मुफ्त, मानवता की जरूरतों के लिए उनके प्यार और करुणा के स्थायी प्रमाण हैं।आज, वह हमारी ताकत और प्रेरणा हैं, और यह उनके कदमों पर है कि हम समाज की सेवा करने के लिए आगे बढ़ें।

चेयरमैन का संदेश-
सभी से प्यार करें- सभी की सेवा करें वह मुख्य संदेश है जिसे साईं संजीवनी लाना चाहती हैं। इस ग्रह पर प्रत्येक प्राणी के लिए, प्रेम बना रहता है और सबसे पवित्र मूल्य रहेगा – जो हमें बनाए रखता है, विकास को सक्षम बनाता है, प्रगति को आगे बढ़ाता है और दुनिया के राष्ट्रों को एकजुट करता है। प्रेम जब क्रिया में प्रकट होता है तो सेवा बन जाता है।प्रेम और सेवा का यही संगम आज देश और दुनिया की जरूरत है। श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल इन मूल्यों को उनके स्रोत – द हार्ट को ठीक करके उदाहरण देने के लिए शुरू किए गए थे। अस्पताल चाइल्ड हार्ट केयर के लिए अपनी तरह का एक केंद्र है जो जरूरतमंदों को पूरी तरह से मुफ्त देखभाल प्रदान करता है, इस प्रकार “जीवन की गरिमा” को बहाल करता है।बच्चा कल का नागरिक और देश का भविष्य है। श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल जरूरतमंदों के कोमल दिलों को ठीक करने का प्रयास करता है।यह मेरा सौभाग्य और मेरे जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद रहा है कि मैं श्री सत्य साईं संजीवनी की इस यात्रा को शून्य से सब कुछ में विकसित होने का साक्षी बना, जिसमें वह सब शामिल है जिसके लिए स्वामी चाहते थे कि हम खड़े हों।
चेयरमैन सी श्रीनिवास के बारे में-
इस शानदार यात्रा के प्रेणता हैं सी. श्रीनिवास, एम कॉम एम. फिल भगवान श्री सत्य साईं बाबा और स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, पेयजल आपूर्ति और ग्रामीण सेवा पहल में उनकी विभिन्न सेवा परियोजनाओं से 40 से अधिक वर्षों से जुड़े हुए हैं। एक निःस्वार्थ कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने सेवा के कई संस्थानों का निर्माण और संचालन किया है, विशेष रूप से हाल के वर्षों में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल – बाल हृदय देखभाल केंद्र, जहां सभी सेवाएं पूरी तरह से मुफ्त प्रदान की जाती हैं। उनकी दिवंगत मां डॉ. सी राजेश्वरी ने श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट के पहले सामान्य अस्पताल की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह वर्तमान में ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं।