ऋषिकेश : पकड़ा गया गुलदार IDPL में फ़्लैट के अंदर से, तीन दिन से था नई कॉलोनी में गुलदार, स्थानीय लोग थे खौफ में…वीडियो देखिये

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ऋषिकेश : IDPL की नई कॉलोनी में गुलदार आज शाम पकड़ा गया. वन बिभाग ने तीन दिन से वहां कोशिश कर रहा था लेकिन पकड़ में नहीं आया. आज स्थानीय लोगों की मदद से वन विभाग ने जाल लगाकर गुलदार को पकड़ लिया. लगभग 7 घंटे की मशक्कत के बाद आज गुलदार को पकड़ा जा सका है. अगर अँधेरा हो जाता तो गुलदार आसानी से निकल सकता था.
वीडियो देखिये——
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दरअसल, IDPL  की नई कॉलोनी में तीन दिन से गुलदार आया हुआ था. खंडहर हालात में फ़्लैट के अंदर गुलदार ने अपना छुपने का ठिकाना बना रखा था. IDPL पानी की टंकी के पास नई कॉलोनी में क्वार्टर नंबर 2700  और 2698  में गुलदार गुरूवार रात को एक बच्ची को दिखा सबसे पहले. उसके बाद शुक्रवार सुबह वन बिभाग मौके पर पहुंचा और पिंजरा लगा कर चला गया. लेकिन गुलदार नहीं निकला बिल्डिंग से.
आज दिन में फिर दिखा तो वन विभाग पहुंचा मौके पर देर शाम होते होते वन विभाग ने स्थानीय लोगों की मदद से गुलदार को पकड़ने में कामयाबी हासिल की. वहीँ स्थानीय लोगों का आरोप था वन विभाग हीला-हवेली कर रहा है और गुलदार को पकड़ नहीं रहा है. ऐसे में अँधेरे हो जायेगा तो लोगों और जानवरों को अपना निवाला बना सकता था. वन विभाग के अनुसार बताया जा रहा है मीरा नगर में कुछ दिन पहले जो गुलदार घुसा था वही गुलदार था यह. आपको बता दें मीरा नगर में रेंजर नेगी पर हमला किया था गुलदार ने.
आज दो जानवरों पर किया हमला-
स्थानीय युवक लोकेश ने बताया “आज लगभग 4  बजे के पास उनके सामने एक सुनवार के बच्चे को खा गया गुलदार. उसके बाद एक और सूँवर पर हमला किया. वह साइज में बड़ा होने की वजह से उसको काबू नहीं कर पाया. फिर थोड़ी देर बाद झाड़ियों से निकल कर खंडहर नुमा फ़्लैट में घुस गया. इससे पहले स्थानीय महिला आशु  ने बताया परसों शाम देखा था उनके परिवार के बच्ची ने, उसके बाद दो कुत्तों को उठा ले गया गुलदार. उसके बाद वे लोग खौफ में थे न कहीं जा सक रहे थे न आ सक रहे थे. चारों तरफ झाड़ियाँ होने से गुलदार के लिए जगह उपयुक्त थी. शाम होते होते स्थानीय युवकों की मदद से फ़्लैट के दोनों तरफ जाल लगाकर जैसे ही पटाखा फ़्लैट के अंदर फेंका गया गुलदार एक तरफ से बाहर निकला और जाल में फंस गया. फंसने के बाद सबसे पहले कमल सिंह राजपूत मौके पर पहुंचे और गुलदार को जाल के अंदर दबा कर रखा तब तक जब तक और जाल और दरी ऊपर से नहीं डाली गयी. उसके बाद गुलदार को पिंजरे में डाल कर रेंज कार्यालय ले जाया गया. इस दौरान काफी संख्या में भीड़ एकत्रित हो गयी वहां पर.लगभग चार साल का बताया जा रहा है गुलदार. घटना के दौरान स्थानीय चीता पुलिस भी मौके पर पहुंची थी.वहीँ वन विभाग की तरफ से रेंजर ललित मोहन सिंह नेगी, कमल सिंह राजपूत व् अन्य स्टाफ रहा मौजूद.
कुछ तस्वीरें ———>>>

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