ऋषिकेश :बच गयी ‘स्वीटी’ आज आवास विकास कॉलोनी में, मिली दूसरी जिंदगी
आवास विकास में लगातार 'तेंदुवे' की आमद होने से स्थानीय खौफ में, पालतू कुत्ते भी तेंदुवे के रडार पर
ऋषिकेश : मामला आवास विकास कॉलोनी के गली नंबर 17 का है. विजय शर्मा का घर है. इस घर में घर के सदस्यों के साथ स्वीटी रहती है. आज बच गयी स्वीटी सुबह-सुबह.समय सुबह 6 बजे लगभग. तेंदुवा का ब्रेकफास्ट बनते बनते रह गयी. देखा जाये तो, लगता है तेंदुवा (Leopard) कॉलोनी हो गयी है. हर दूसरे दिन तेंदुवा यहाँ पर घुश जाता है और लोगों में खौफ पैदा कर के चला जाता है. गनीमत रही अभी तक किसी इंसान पर हमला नहीं किया. आलम यह है इतने तेंदुवा की झलक चिड़िया घर या जंगल में नहीं मिलती होगी जितनी आवास विकास में मिलने लग गयी है अब. ऐसे में खास तौर पर उन घरों को पर तेंदुवे की विशेष नजर रहती है जहाँ पर पालतू कुत्ते हैं. आज सुबह 6:00 बजे के लगभग गली नंबर 17 में आवास विकास में….का घर है. उनके घर में तेंदुवा घुश गया और डॉगी ‘स्वीटी’ का नाश्ता बनते-बनते रह गया. लेपर्ड घर के अंदर घुसा सामने सफ़ेद रंग की डौगी स्वीटी थी जैसे ही झपट्टा मारा स्वीटी पर स्वीटी कुर्सी के नीचे और तेंदुवा सीधे घर के अंदर बनी सीढ़ियों से तीसरी मंजिल में से निकल कर पार हो गया. स्वीटी का हाल यह है भौंक-भौंक कर अब आवाज भी बदलने लग गयी है. वहीँ आर्यन भी खौफ में दिखा. वहीँ पड़ोस में रहने वाले ऋषिकेश के जाना माना नाम परीक्षित मेहरा ने बताया “हमारे आवास विकास कॉलोनी में आजकल कुछ ज्यादा ही तेंदुवे आ रहे हैं. मैं तो सोज सुनता था खबर यहाँ दिखा वहां दिखा करके, लेकिन आज तो हमारे ही घर के बगल में पहुँच गया. ऐसे में कहीं न कहीं लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है “.
सबसे पहले घर में रहने वाले आर्यन ने देखा तेंदुवा. वन विभाग को सूचित किया गया. मौके पर ऋषिकेश रेंज के रेंजर ललित मोहन सिंह नेगी ने कमल सिंह राजपूत को भेजा.बाद में अन्य टीम भी आयी. लेकिन तेंदुवा मौके से निकल चुका था. इससे पहले एक दिन पहले रात को घर के आगे सीढ़ियों पर बैठा हुआ था. मकान मालिक नहीं था घर पर दिल्ली गया हुआ था. लेकिन वहां पर भी एक कुत्ते पर झपट्टा मारा. लेकिन वो भी बच गया. पिछले एक डेढ़ साल से आवास विकास कॉलोनी में लगातार तेंदुवा आ रहा है.
बताया जा रहा है बगल पर स्टर्डिया कॉलोनी है. उसके अंदर निवास है लेपर्ड का. उसके अंदर से कॉलोनी में घुश जाता हैं तेंदुवा. ऐस में कहीं न कहीं लोगों में जरूर खौफ है. अगल-बगल वाले भी सुबह कमरों और वाशरूम जाने में डर रहे थे कहीं उनके वहां न घुश गया हो करके. सभी घरों की छत एक दूसरे से मिले हुए हैं. तेंदुवा छत से हो कर निकल गया. ऊपर स्टोर बना हुआ था वहां पर देखा वन विभाग की टीम ने लेकिन शांत था स्टोर. कोई हलचल नहीं दिखी.
वहीँ मोहल्ले वासी अब सीसीटीवी खंगालने में लगे हैं. लेकिन, बड़ा सवाल इतनी ऊँची छत यानी तीन मंजिला से कैसे निकल गया ? फिलहाल कहा जा सकता है स्वीटी को दूसरी जिंदगी मिल गयी और आर्यन को मुफ्त में ‘तेंदुवे’ के दर्शन हो गए.