ऋषिकेश : एम्स के नजदीक रेहड़ी पटरी लगाने वाले बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर, निगम कर्मियों पर लगाया मिलीभगत का आरोप 

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ऋषिकेश : एम्स ऋषिकेश के पास वर्षों से रेहड़ी पटरी लगाने वाले लगभग ४० लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. बुधवार से सुबह 9  बजे से शाम 5 बजे तक धरना चला. चार प्रमुख बिन्दुवों को लेकर इनका धरना चल रहा है.  सबसे पहले ये वे लोग हैं जिनको लगभग दो महीने अतिक्रमण के नाम पर निगम प्रशासन ने यहाँ से हटा दिया था. तब से ये यहाँ अपना जीवन यापन जो कर रहे थे वह सब बंद है. धरने पर बैठे यशवंत सिंह रावत ने कहा, हम लोग वर्षों से यहाँ पर बैठे हुए हैं. शांति पूर्वक अपना काम करते हैं. तीमारदारों को कम कीमत पर खाना, पानी बेचते हैं. लेकिन दो महीने से खाली बैठे हैं. ऐसे में हमारे रोजी रोटी का सवाल खडा हो गया है. हम कहाँ जाएँ ? हमारी चार मांगें हैं –

१-हमें फिर से रोजगार की अनुमति दी जाये 

२-हमारे लिए वेंडिंग ज़ोन बनाया जाए 

३-हमें यहाँ से दूर ले जाने  की साजिश न की जाये 

४-शिवाजी नगर तिराहे (एम्स की दीवार से लगता हुआ इलाका) पर खाली होना चहिये. वहां पर कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. रोज नए नए लोग आ कर वहां पर रेहड़ी पटरी लगा रहे हैं. एक-दो पुलिस कर्मी की ड्यूटी वहां पर लगाई जाए. जो २४ घंटे ड्यूटी पर रहे. शिफ्ट वाइज. अवैध होटल और रेहड़ी वहां पर बंद होनी चाहिए. अधिकतर लोग नए दिखाई दे रहे हैं. जिनको न जानते हैं न पहचानते हैं. कई तो दूसरे राज्यों से यहाँ आये हुए हैं. सत्यापन कुछ है नहीं इनका. हमने हमारे लोगों अक सत्यापन भी करवा रखा है. 

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यशवंत सिंह रावत

रावत के  मुताबिक़ हमारे साथ दोहरी नीति क्योँ अपनाई जा रही है. एक तरफ बाजार में, 72 सीढ़ी से लेकर अन्य जगहों तक रेहड़ी पटरी लग रही है, दिवाली, इगास, छट सब निकल गया वे कमा खा रहे हैं और हम यहाँ पर रेहड़ी पटरी लगा रहे हैं तो हमें हटाया जा रहा है. हम खाली बैठे हुए हैं. हमें  चेतावनी दी जाती है. शिवाजी नगर तिराहे पर रोज सुबह 5 बजे से 9 बजे तक रेहड़ी पटरी लगती है फिर शाम 5 बजे से देर शाम तक लगती है. निगम के कर्मी/अधिकारी उनको फोन कर के बता देते हैं टीम आ रही है हटा लो. फिर से  वे लगा लेते हैं. इसका मतलब निगम कर्मी/अधिकारी  की मिली भगत से वहां पर लग रही हैं रेहड़ीयां/पटरियां. हम कहते हैं पूरे ऋषिकेश में जीरो जोन कर दो. कहीं मत लगने दो. हम स्वागत करेंगे.  लेकिन कहीं लग रही हैं कहीं आप बंद कर देते हैं या नहीं लगने देते हो. ऐसा ठीक नहीं है. रावत ने कहा हमारे लगभग ४० लोग हैं जिनका सर्वे भी हुआ है. सभी ने लोन लिया हुआ है. किश्त भी जानी है लोन की. हम कहाँ से लायें ? आय कुछ है नहीं…अधिकारी, मंत्री सब से गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला है. हम पांच रुपये में सुबह सुबह चाय पिलाते थे तीमारदारों के लिए लेकिन वह भी इसी वजह से बंद हो चुकी है.सस्ते  में खाना देते थे. हमारी मांगें नहीं मानी गयी या हल नहीं निकला तो हम आमरण अनशन भी करेंगे.  धरना प्रदर्शन करने वालों में, यशवंत रावत, ललित जोशी, विनोद तिलकधारी, राज कुमार शर्मा, गुड्डू गुप्ता, गीता, नेम सिंह, मनीष कंडवाल, विनीत नेगी, रामपाल, ब्रजेश लाला, सुरेश कुमार, मनीराम, सुनीता, राजेंद्र, देशराज, विधान, अनीता शर्मा, अंजू, कांता नेगी, मनवर नेगी, पुष्पा, पंकज आदि लोग थे.

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