ऋषिकेश : मुख्यमंत्री धामी की घोषणा से एक बार फिर राज्य आंदोलनकारी होंगे लाभान्वित, मांग मान ली तो, कहा मुख्यमंत्री हो तो ऐसा…

ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) राज्य आंदोलनकारियों के कई मांगें मान चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आजकल राज्य आंदोलनकारियों की तारीफ और आशीर्वाद पा रहे हैं. आपको बता दें, राज्य आंदोलनकारियों कई मांगें मुख्यमंत्री धामी मान चुके हैं। कुछ दिन पहले 10 फीसदी आरक्षण की मांग भी मान ली।
दरअसल, उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानियों की एक बैठक नगर निगम परिसर ऋषिकेश स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी हाल में आयोजित की गई। बैठक में 3 अक्टूबर 1994 को शहीद दीपक वालिया को पुलिस द्वारा गोली मार दी गई थी। 3 अक्टूबर को ही शहीद राजेश रावत को भी देहरादून में पुलिस द्वारा गोली लग गई थी। 3 अक्टूबर को ओम सिंह नेगी को उत्तराखंड राज्य के नारे लगाने पर पुलिस द्वारा मार दिया गया था। तीनों शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.
बैठक में परसों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य आंदोलनकारी के लिए एक समान पेंशन की घोषणा की गई। सभी राज्य निर्माण सेनानियों ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि वास्तव में मुख्यमंत्री को राज्य आंदोलन कार्यों की कुर्बानियां तथा शहादत की पीड़ा महसूस है। हम सभी राज्य निर्माण सेनानी मुख्यमंत्री का तहे दिल से आभार व्यक्त करना चाहते हैं। उनको बधाई देना चाहते हैं। उन्होंने राज्य आंदोलन कार्यों की पीड़ा को देखते हुए एक समान पेंशन की घोषणा की। इससे समस्त राज्य आंदोलनकारी में खुशी की लहर है। एक समान पेंशन से राज्य आंदोलनकारी का जो वर्गीकरण हो रखा था। वह वह खत्म हो जाएगा। यह वास्तविकता भी है कि आंदोलनकारी तो आंदोलनकारी है। सबको एक समान सम्मान मिलना चाहिए। इस दौरान बैठक में मुख्य रूप से वेद प्रकाश शर्मा, डीएस गुसाई, गंभीर मेवाड़, संजय शास्त्री, चंदन सिंह पवार, बलवीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत, शीला ध्यानी, उर्मिला डबराल, प्रेमा नेगी, मुन्नी ध्यानी, शकुंतला नेगी, जयंती नेगी सहित कई लोग मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता वेद प्रकाश शर्मा तथा संचालन डीएस गुसाई ने किया