ऋषिकेश : अध्यात्मिक गुरु “स्वामी शंकर तिलक जी महाराज” सैकड़ों साधकों के साथ अपनी आध्यात्मिक विदेश यात्रा के बाद पहुंचे योगालय आश्रम, हुआ वेद मन्त्रों से स्वागत
अंतरराष्ट्रीय संत आध्यात्मिक गुरु स्वामी शंकर तिलक जी महाराज ने कहा "गुरु और शिष्य की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपने विदेशी साधकों को सनातन धर्म अवगत कराना और पुनः रामराज्य की स्थापना करना है
ऋषिकेश : अंतरराष्ट्रीय वैदिक फाउंडेशन हिमालया योगालय आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष अध्यात्मिक गुरु स्वामी शंकर तिलक जी महाराज सैकड़ों साधकों के साथ अपनी आध्यात्मिक विदेश यात्रा के बाद पहुंचे ऋषिकेश अपने योगालय आश्रम.
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तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने बताया कि अध्यात्मिक गुरु अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी शंकर तिलक जी महाराज के आध्यात्मिक विदेश यात्रा से लौटने पर साधकों ने वेद मंत्रों के द्वारा गुरुदेव का भव्य स्वागत किया. सभी ने पुष्प वर्षा कर गुरु के चरण धोकर धोखकर गुरु की महाआरती का अपने सद्गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया. अंतरराष्ट्रीय संत आध्यात्मिक गुरु स्वामी शंकर तिलक जी महाराज ने कहा “गुरु और शिष्य की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपने विदेशी साधकों को सनातन धर्म अवगत कराना और पुनः रामराज्य की स्थापना करना है. जहां हमारा पूरे विश्व का युवा वर्ग नशे की ओर आकर्षित होता चला जा रहा है. कहीं युद्ध हो रहा है तो कहीं लोग अन्य समस्याओं से दुखी हैं . यही समय अध्यातात्मिक चेतना का ज्ञान कराता है और जिस प्रकार भगवान ने गीता में अनेकों उदाहरण के साथ समस्याओं का समाधान किया है. गीता सिखाती है हमें सही मार्ग में चलने की जब मनुष्य अंधकार से उजाले की ओर चलता है तभी उसे सूर्य का प्रकाश अपने ओर आकर्षित कर उसे सही मार्ग में ले जाता है”.
इस अवसर पर रवि प्रपन्नाचार्य जी महाराज के अलावा स्वतंत्रता चैतन्य, गुरु गीता, ऊमाया चैतन्य, शंकरी चैतन्य, आरती चैतन्य, भागीरथी चैतन्य, गौरी चैतन्य आदि साधक उपस्थित रहे.