ऋषिकेश : श्री दर्शन महाविद्यालय ने मां सुरकंडा देवी के डोली उपासक आचार्य अजय बिजल्वाण को श्री महंत की उपाधि से अलंकृत करने की घोषणा की
ऋषिकेश : राम झूला स्थित प्रसिद्द श्री दर्शन महाविद्यालय द्वारा मां सुरकंडा देवी के डोली उपासक भागवत श्री महंत आचार्य अजय बिजल्वाण को श्री महंत की उपाधि से अलंकृत करने की घोषणा की गयी है. युवा श्री महंत टिहरी जिले के रहने वाले हैं. मां सुरकंडा के उपासक हैं. ख़ास बात है श्री महंत ने राम झूला स्थित दर्शन महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है. जो संस्कृत सीखने के लिए सर्वोच्च संस्थानों में से एक है. सोमवार को श्री दर्शन महाविद्यालय में यज्ञोपवीत संस्कार क्रायक्रम था. जिसमें 80 बटुकों ने शिक्षा दीक्षा ग्रहण की. उसी कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित किया गया था. उसी दौरान उन्हें श्री दर्शन महाविद्यालय के अध्यक्ष वंशीधर पोखरियाल ने आचार्य अजय विजल्वाण को श्री महंत की उपाधि से अलंकरण करने की घोषणा की. उन्हूने अपने संबोधन में कहा, ख़ुशी की बात है, वे (श्रीमहंत) इसी विद्यालय के छात्र रहे हैं. इस अवसर तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा, वे युवा हैं और काफी अच्छा काम कर रहे हैं. देवी मां सुरकंडा के उपासक हैं. ख़ुशी है वे दर्शन महाविद्यालय के छात्र रहे हैं. उनको मेरी तरफ से बहुत बहुत शुभकामनायें हैं. इस दौरान दर्शन महाविद्यलय के प्रबंधक संजय शास्त्री ने भी ख़ुशी जाजिर करते हुए उनको शुभकामनायें दी हैं. प्राचीन शत्रुघ्न मंदिर रामझूला के महंत मनोज शास्त्री ने भी उनको बधाई दी है. साथ ही उनके भविष्य के लिए शुभकामनायें दी हैं.
आपको बता दें, अजय बिजल्वाण जब दरबार लगाते हैं सैकड़ों लोग जिनमें भक्त, उपासक, अपनी समस्या लेकर पहुँचते हैं. श्री महंत अजय बिजल्वाण बताते हैं महज चार वर्ष की उम्र से उन पर देवी की कृपा होने लगी थी. साथ ही उनके ईष्ट देव घंटाकर्ण महाराज एवं कुलदेवी मां भुवनेश्वरी का भी उन पर आशीर्वाद है. जो वहां आते हैं उनकी पूरी आस्था के साथ आते हैं दरबार में. उनका कहना है यहाँ पर चमत्कार होते देखे गए हैं. माता की कृपा किस पर कहाँ बरस जाए कुछ नहीं पता होता है. लेकिन माता सबका कल्याण करती है. मां सुरकंडा देवी का दरबार ऋषिकेश से लगता हुआ ढालवाला इलाके में भुनेश्वरी मंदिर भजनगढ़ के पास लगता है. ढालवाला इलाका टिहरी जिले में पड़ता है लेकिन ऋषिकेश सीमा से लगा हुआ है. रविवार को खुला दरबार लगता है यहाँ पर. सैकड़ों लोग आते हैं आस्था लेकर. है कोई ख़ुशी ख़ुशी जाता भी है दरबार से. कई लोगों को संतान की प्राप्ति हुई तो कोई दुःख बीमार पीड़ित उपरी हवा से परेशान लोग आते हैं और ख़ुशी ख़ुशी जाते हैं. श्री महंत बताते हैं, ईष्ट देव घंटाकर्ण महाराज एवं कुलदेवी मां भुवनेश्वरी का भी उन पर आशीर्वाद है. उनकी सोशल मीडिया में भी लाखों की संख्या में फोलोवर हैं. लोगों के अनुसार, उन पर सुरकंडा देवी अवतरित होती हैं. श्री महंत आचार्य अजय बिजलवान पर मां सुरकंडा देवी की कृपा बाल्यकाल से रही है. जब वह महाविद्यालय के छात्र थे, तभी से प्रत्येक रविवार को दिव्य दरबार लगाकर लोगों का कल्याण करते रहते हैं.
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