ऋषिकेश : साधु संतों की वेश में घूम रहे फर्जी बाबाओं से बचाओ तीर्थनगरी को, संतों ने जाकर DGP के नाम सौंपा ज्ञापन तीनों कोतवाली में, ऐक्शन की मांग

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ऋषिकेश : (मनोज रौतेला) सोमवार को संतों ने एक ज्ञापन ऋषिकेश कोतवाली, मुनि की रेती कोतवाली और लक्ष्मण झूला कोतवाली में जानकर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन डीजीपी के नाम था और तीनों कोतवाली में जो भी अधिकारी उस वक्त मौजूद था उसको सौंपा गया. अखिल भारतीय संत समिति ने महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज की अध्यक्षता में तीर्थ नगरी में साधु संत के वेश में घूम रहे लोगों का सत्यापन कराने के संबंध में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) देहरादून उत्तराखंड के नाम से सौंपा गया.

ज्ञापन में कहा गया है, तीर्थनगरी लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम, मुनि की रेती, तपोवन, ऋषिकेश आदि जगहों पर कुछ बाहरी लोग साधु संत के वेष में घूमकर तीर्थनगरी की छवि को धूमिल कर रहे हैं। ये लोग बांगलादेश और अन्य देशों से आकर त्रिवेणी घाट समेत गंगा किनारे और तटों पर अपना रैन बसेरा बना रहे हैं। इस दौरान यह पर्यटकों और सैलानियों को स्मैक,चरस आदि की सप्लाई करते हैं। हाल ही में थाना मुनि की रेती क्षेत्र में हरियाणा निवासी एक फर्जी/फक्कड बाबा ने एक युवक को स्मैक और कुछ पैसे के लिए मौत के घाट उतार दिया। इस घटना से तीर्थनगरी के संत समाज आहत हुए हैं। इससे संत समाज की छवि धूमिल हो रही है। तीर्थनगरी में लाखों तादाद में देश, विदेश के पर्यटक और सैलानी आते हैं। आगामी अप्रैल महीने से चारधाम यात्रा का आगाज होने जा रहा है। तीर्थनगरी में जी- 20 के कार्यक्रम भी आयोजित होने हैं। जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है. इस तरह से ऐसे लोगों का यहाँ पर घूमना। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति दोबारा न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन को तीर्थनगरी में सत्यापन अभियान चलाना चाहिए. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है। यदि ऐसा न हुआ तो संत समाज सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएगा।

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संतों में जो मौजूद रहे उनमें अध्यक्ष स्वामी युवराज संत गोपालiचार्य जी महाराज, अखिल भारतीय संत समिति ऋषिकेश,महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास जी महाराज, स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, स्वामी चेतन स्वरूप महाराज, स्वामी आलोक हरि महाराज, स्वामी प्रमोद दास महाराज, स्वामी नारायण दास, साध्वी स्वतंत्रता चैतन्य, स्वामी राम पदम दास, तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज आदि संत उपस्थित रहे.

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