ऋषिकेश : श्रीराम तपस्थली ब्रह्मपुरी आश्रम में जुटे संत…महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज के सानिध्य में गंगा की अविरलता समेत कई मुद्दों पर हुआ चितन-मंथन, आचार्य गोविंदाचार्य भी रहे मौजूद

ऋषिकेश :(मनोज रौतेला) ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर मंगलवार को श्रीराम तपस्थली ब्रह्मपुरी में एक सभा का आयोजन किया गया. अखिल भारतरीय संत समिति एवं विरक्त वैषणव मंडल के तत्वाधान में महामंडलेश्वर दयाराम दास जी महाराज के सानिध्य में बैठक हुई. अध्य्क्षता महामंडलेश्वर ईश्वर दास जी महाराज ने की. इस दौरान पूर्व थिंक टैंक कहे जाने वाले आचार्य गोविंदाचार्य भी मौजूद रहे जो गंगा यात्रा कर लौटे हैं.उन्होंने बताया 2020 में इसी जगह से उन्होंने यात्रा शुरू की थी यहीं से आज समापन किया यात्रा का यही आकर. इस अवसर पर संतों द्वारा पौधरोपण भी किया गया.यहीं पर आकर. ऐसे में काफी संतुष्टि मिल रही है.
इस दौरान संत समाज ने गंगा की अविरलता, संरक्षण और संवर्धन पर चर्चा वार्ता हुई और चिंतन मंथन चला. महामंडलेश्वर दयाराम दास महाराज ने जानकारी देते हुए बताया, “यहाँ पर कई बिंदुओं पर आज संत समाज ने चर्चा वार्ता और मंथन किया. जिसमें प्रमुख तौर पर विषय था निर्मल गंगा अविरल गंगा, गंगा में जो गंद्गगी फैलाते हैं. गंगा को गंदा कर रहे हैं उसको कैसे रोकें. दूसरा था देवभूमि है यह, हरिद्वार से लेकर देवप्रयाग तक कुम्भ क्षेत्र है यह, इस क्षेत्र में मांस मदिरा पूर्णतया बंद किया जाये, तीसरा बिंदु उत्तराखंड में अतिक्रमण बहुत हो रहा है, विधर्मी लोग, दूसरे धर्म के लोग यहाँ आ रहे हैं जंगलों में ठिकाना बना रहे हैं, वनों को काट रहे हैं, अतिक्रमण कर रहे हैं वे लोग. इसको रोका जाए. चौथा बिंदु लव जेहाद. यहाँ भोली-भाली लड़कियों को ले जाते हैं इस पर भी चर्चा की गयी. इस पर भी रोक लगाना जरुरी है. पांचवा जाम के मामले में भी चर्चा की गयी. ऋषिकेश क्षेत्र में ट्रैफिक जाम काफी लगता है. यहाँ से आठ किलोमीटर सब्जी फल कुछ लेने जाते हैं तो एक घंटे के बजाये वह पांच घंटे में आता है. यह बड़ी समस्या है. इस पर भी सरकार को संज्ञान लेना चाहिए और कुछ न कुछ करना चाहिए.
उन्होंने कहा, अभी चार धाम यात्रा शुरू नहीं हुई जब यात्रा चलेगी तब क्या हाल होगा ? चार-पांच महीने कुछ न कुछ इस समस्या के लिए करना चाहिए. छठा, राफ्टिंग को लेकर भी चर्चा की गयी. यहाँ पर हम विरोध नहीं कर रहे हैं राफ्टिंग का, अश्लीलता करते हैं, चीखते चिल्लाते हैं यहाँ पर, इससे हम लोग परेशान हो जाते हैं. पूजा पाठ, ध्यान, धार्मिक अनुष्ठान काम करने में समस्या होती है. आप राफ्टिंग करिये हम विरोध नहीं करते हैं,लेकिन इस तरह का वर्ताव सही है. इस क्षेत्र में इस तरह की हरकत को रोकने के लिए कुछ न करना चाहिए”. बैठक के दौरान सभी मुद्दों पर संतों ने अपने-अपने विचार रखे.
इस दौरान जिनकी उपस्थित रही उनमें महंत स्वामी विजय स्वरुप जी महाराज , साक्षी धाम बृंदावन, स्वामी आलोक हरी जी महाराज, भगवान् भवन ऋषिकेश,
महामंडलेश्वर डॉक्टर रामेश्वर दास जी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ब्रिंद्रावन दास महाराज, महंतराम दास त्यागी, तपोवन, श्री महंत चक्रपाणि दास, सुदर्शनाचार्य जी, ब्रह्मपुरी, रवि प्रपन्नाचार्य महाराज, प्रमोद दास, हरे राम दास, विवेकानंद दास, गंगा दास, महंत छोटन डीएसए, राज राम दास त्यागी, विवेकानंद दास हरी दास, विनहम शास्त्री, कार्यक्रमा शंकर दास, पूर्ण दास, काली दास, सूरज दास, अरविन्द दास, गणेश दास, राम दास, अमृत दास, मनसुखा दास, अशोक दास, ईश्वर देव शास्त्री, अमर देव शास्त्री, आशीष, कौशलपति, मदनमोहन दास, श्याम दास, राम चौबे, अभिषेक शर्मा,अनुका दास, अमर दास , रीना उनियाल, स्वेता भट्ट, शकुंतला असवाल, अश्वनी चौबे, पुजारी,सरोज कोठारी, कमल मित्तल, चित्रमणि, रघुनाथ दास, श्यामवर, विशालभारती, राजेश्वर सिंह श्री राम चंद्र निलयम, वामन दास इत्यादि लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम का शानदार संचालन तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नचार्य महाराज ने किया.